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Showing posts from June, 2023

WDS 98: अतर्पण/कुधान्य/Millets by Vaidyaraja Subhash Sharma, Prof. Prakash Kabara, Vd. Ashok Rathod, Vd. Pawan Madaan, Vd. Vandana Vats, Vd. V. V. Pandey & Others

[3/19, 4:21 PM] Vd.Falguni:  Guruji Pranam And all Vaidhya Hope you all are fine! One of lady patient age ५५ year She is having Hypothyroidism And Gout  Both since a २० years। सर्वांग शोथ विबंध  स्थूलता है वतरक्त भी है वाताज कफाज अजीर्ण है यह रुग्ण में तिक्त रस प्रधान आम पाचन आहार औषध आयोजन किया है Around eyes fatty cyst( removed by eye Dr) development. High cholesterol. जैसे प्रोटीन आहार में लेती है दर्द (zyloric १००mg) tablet लेनी ही पड़ती हैं। इन्हे १. गेहूं बंध करवाया बाद में बहुत लाभ हुआ। २.आरोग्य वर्धिनी ३ ३ ३. सूंठ १ टी स्पून twice ४. रात्रि हरितकी एरंडब्रिष्ट ३ काफी आराम है इस रुग्ण को  वात रक्त भी है तो क्या गोमूत्र हरितकी का प्रयोग किया जाए ? गोमूत्र तीक्ष्ण उष्ण है।।। यह देने से रक्त में पित्त प्राकुपित हो सकता है? कफ की चिकित्सा करते है तो कटु रस तो भय होता है की पित्त बढ़ जायेगा! [3/19, 5:46 PM] Vd. V. B. Pandey Basti(U. P. ):  गंभीर वात रक्त के इस रोगी मे रस माणिक्य 125mg गोदंती भस्म 500mg व महामंजिषठादि व सरिवाधयासव हमारी समझ से बेहतर कल्प होंगे। साथ में रक्त

Case presentation: 'रजोदुष्टि/बीजग्रन्थि शोथ'(PCOD) by Vaidya Vandana Vats

[6/2, 3:45 PM] Dr. Vandana Vats Patiyala:  नमस्कार कायसंप्रदाय विद्वान् परिषद,  चरण वंदन सर्व गुरूजन 🙏 *case presentation* *रजोदुष्टि, बीजग्रन्थि शोथ* *(PCOD)*  15 वर्षीय रुग्णा रजो दर्शन १२, वर्षे की वय से। एक साल सामान्य आने पर फिर अनियमित हो गया, 2--5/40--60दिन, मेदस्वी, कष्टार्तव,  हीनबल्य,  शरीर पर रोमोत्पत्ति।  रूग्णा वृत्तान्त- आयु---- 15वर्ष प्रकृति --  कफज नाडी---  वातकफ शरीर ---मेदस्वी (स्थूल) wt  64kg कोष्ठ-----मध्यम  उद्भव स्थान---- आमाशय जिह्वा ---साम मल , मूत्र ---सामान्य।  हेतु ----मिथ्या आहार, विहार ,अव्यायम,रात्रि जागरण, पिज्जा बर्गर अतिसेवन, मानसिक तनाव 10वी की परीक्षा।. दोष --- प्रधानत वात, (प्राण,समान, अपान )और पित  *व्यान वात भी क्योंकि मेदस्वी में वह भी प्रधान है तभी दौर्बल्य, हीन बल होता है।* *कफ भी यहां है क्योकि कफ की वय है, पित्त का आगमन और वात का प्रकोप भी जिस से त्रिदोषज व्याधि है।* *pcod संग दोष है जो आम से है और आम कफ से।*              दूष्य----  रस, रक्त ,मास, मेद धातु   उपधातु दुष्टि ---आर्तव।  अस्थि धातु मल दुष्टि-- केश व नख क्षय!  स्रोतस---- रसवह, रक्