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WDS 81 : 'Aamalaki and Agnimandya' & 'Discussion on Nimba' by Prof. B. L. Goud, Prof. Satyendra Ojha, Vaidyaraja Subhash Sharma, Dr. Dinesh Katoch, Prof. L. K. Dwivedi, Dr. Pawan Madaan, Prof. Mamata Bhagwat, Prof. Arun Rathi, Vd. Vivek Savant, Dr. Sanjay Khedakar, Dr. Sadhana Babel, Dr. Ashok Rathoud and others.

[7/29, 1:03 AM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*hyperglycemia - पिछले दिनों डॉ पवन मदान और डॉ रघु राम के विचार आप सब ने पढ़े, हमने लाक्षणिक चिकित्सा हेतु एक चूर्ण का निर्माण कराया ...*

*आमलकी चूर्ण 1 kg*
*हरिद्रा चूर्ण 1 kg*
*निम्ब पत्र चूर्ण 1 kg*

*इसमें एक भावना आमलकी स्वरस की और हरिद्रा आर्द्र ना मिलने से उसके क्वाथ की एक भावना दी गई तथा सूखने पर सूक्ष्म चूर्ण के रूप में 3-3 gm दिन में दो बार खाली पेट दिया। लगभग 12 रोगियों में ये दिया गया, covid 19 में अनेक लोग lab investigations से बच रहे है और ग्लूकोमीटर से ही सब check कर रहे हैं , इसका परिणाम हमें शत प्रतिशत मिल रहा है, आप चाहें तो इसका निर्माण कर प्रयोग करे और अपने अनुभव share करिये।*

[7/29, 1:04 AM] Vd.Arun Rathi sir: 

*गुरुवर प्रणाम*
🙏🏻🙏🏻🙏🏻

[7/29, 1:05 AM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*नमस्कार डॉ राठी जी 🙏🙏🙏*


[7/29, 1:07 AM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*आयुर्वेदानुसार हम इसे किस प्रकार ले कर चले हैं कम से कम 50 रोगियों पर प्रयोग कर के विस्तार से लिखेंगे, ये result instant देता है।*


[7/29, 1:07 AM] Vd.Arun Rathi sir  

*भाग्यशाली हैं हमारी पिढी जो आप जैसे श्रेष्ठ आचार्य को देख रहै है.*


[7/29, 1:09 AM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *नही , भाग्यशाली हम , क्योंकि आप लोगों के जैसे साथी सब को नही मिलते ।*

            💐🌹🌺🙏

[7/29, 1:13 AM] Dr Ranga prasad Bhat, Chennai: 

Atyuttama formulation ko sifarish kar diya aapne. 
Dhanyavaad bhaiyya ji. 

Simple yoga to prepare and have in our clinic's chest of medicines. 🙏🙏🙏


[7/29, 1:14 AM] Vd.Arun Rathi sir

 सही है,


[7/29, 1:16 AM] Dr. Vivek Chadha, Canada:

 Excellent sir. Thanks. I will try it.


[7/29, 1:26 AM] DR. RITURAJ VERMA M.P.: 

सहृदय धन्यवाद गुरुवर



[7/29, 2:12 AM] Dr Ranga prasad Bhat, Chennai: 

निशामलकी योग + निम्ब चूर्ण |

[7/29, 4:48 AM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar:

 वाह सर
जरूर करते है।


[7/29, 6:53 AM] Dr. Digvijay Singh:

 प्रणाम गुरुदेव । कोन से लक्षण वाले रोगियों में आपने ये चूर्ण प्रयुक्त किया सर ??


[7/29, 7:04 AM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश: 

जी गुरु जी करते हैं ,प्रणाम 🙏🙏


[7/29, 7:15 AM] Suneet Arora Ludhiana Dr: 

🌹🙏🏼🌹

अपने गुरु के कहने पर वर्षों से *निशामलकी योग* प्रयोग कर रहा हूँ, सर।

अब निम्ब और पुनः भावना दे कर प्रयोग करूँगा। योग और सशक्त हो गया।

बहुत धन्यवाद व आभार, 

🌹🙏🏼🌹

[7/29, 7:29 AM] Vd Vivek Savant, Puna: 

सुप्रभात सर🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻


बहुत वर्ष से मै निशा आमलकी योग औ 
निंबामलकी योग तयार कर रहा हू 
लेकीन धन्यवाद मै ये भी उपयोग मे लाऊंगा🙏🏻

स्रावी कुष्ट श्वेत प्रदर प्रतिष्याय कफ पैत्तिक कुष्ठ मे वैसे ही सुगुर कम करने में मुझे बहुत ही फायदा हो गया है


[7/29, 7:31 AM] Vd Vivek Savant, Puna: 

चूर्ण को तीन तीन भावना देता हुं 
निशा स्वरस तीन भावना
आमलकी स्वरस तीन भावना
निंब पत्र स्वरस तीन भावना


[7/29, 7:32 AM] Dr.Mamata Bhagwat Ji: 

Would like to adapt sir, It's so simple and we can definitely prepare. 🙏🏻🙏🏻


[7/29, 8:23 AM] Dr.Abhishek K Singh M.D.Vikriti Vigyan: 

👍🏽👍🏽


[7/29, 8:31 AM] Vd Raghuram Shastri, Banguluru:

 Suprabhatam Guruji🙏💐
Ati Adbhut🙏💐❤


[7/29, 9:04 AM] prof.Shantanu Das  KC: 

Wheather is it stomach irretative .??? Or not .....(...after 3 bhabanas of Nimba swarasa...)......🙏


[7/29, 9:06 AM] Dr.Pawan mali  A P: 

Yukti ...sarvashreshtha ....pranam guruvar.....amalaki nisha ka saskaran yog👌🏻🙏🏻..you always provide new clinical outputs..saadar pranaam🙏🏻🙏🏻


[7/29, 9:06 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir:

 Dr Shantanu , Acharya Charak mentions Nimba svarasa as प्रात:कालिन योग in kaamalaa , so , no issue about gastric irritation/or GIT upset..

[7/29, 9:07 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir:

 I adice 30 ml of nimbapatra svarasa in morning on empty stomach


[7/29, 9:08 AM] Dr.Pawan mali  A P:

 Yes sir.... and it is along with aamalaki so it will also useful in such combination.


[7/29, 9:09 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*Right , Dr Pawan Mali.. Aamalaki the best for gastric mucosal barriers*


[7/29, 9:11 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*The combination of Aamalaki haridra and nimba may be effective in helicobacter pylori induced gastritis/duodenitis*


[7/29, 9:12 AM] Dr.Pawan mali  A P: 

Here main role of these dravya are for long term use as rasayana in prameha ...which is kledadhikya samrapti...so all these three dravya aamalaki,nisha and nimba will help in balancing this kleda .


[7/29, 9:12 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 
Yes


[7/29, 9:14 AM] Dr. Pawan mali  A P: 

Jee  sir...we may prefer to add yastimadhu and shankha bhasm for effective  combination in such condition and as anupaan of kushmand swaras which is gift of subhash sir to this group.🙏🏻


[7/29, 9:15 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*Kledaanvita maansa ➡️ glycosylated protein* 
*Kledaanvita medas➡️ glycosylated lipid*


[7/29, 9:16 AM] Dr.Dinesh Chand Katoch Sir: 

Amalaki tridoshamanat rasayanaprabhat , Nisha Nimba cha prameharat kledaharat madumeheshu karmuka bhavanti.


[7/29, 9:16 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 


🙏🙏🙏👌✅🙏🙏


[7/29, 9:20 AM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

Adding bhoomyamalaki yashtimadhu , amritaa and jataamaansi with or without svarna maanshika make the combination the best effective broad spectrum combination for acid- pepsin disorders*


[7/29, 9:21 AM] Dr. Pawan mali  A P:

 👌🙏 sirjee..this is your speciality like ..C.P.shukla sir   of jamnagar which goes with  chakrapani and Harrison simultaneously....which is very much useful for young generation to think ahead..creating a new path ...🙏🏻🙏🏻


[7/29, 9:24 AM]  Dr.Pawan mali , A P:


 Jee sir🙏🏻🙏🏻...pin pointed samprapti vighatan....Gogate   sirs dravyaguna book also explains all dravya karmukata  on same technique ... easy to understand 🙏🏻🙏🏻



[7/29, 9:25 AM] Vaidya B.L.Gaud Sir: 

क्या काय संप्रदाय में किसी विद्वान् ने इस तरह का अनुभव किया कि आमलकी चूर्ण, आमलकीस्वरस,आमलकी रसायन या आंवले का कोई भी योग लेने पर अम्लोद्गार होती हैं


[7/29, 9:25 AM] Dr.Pawan mali A P: 

Sir what is karmukata of jatamaansi in this..to combact manas dosha ..stress etc or any thing else ..please guide🙏🏻


[7/29, 9:28 AM] Vd Vivek Savant, Puna: 

No sir🙏🏻

Rather than matra is too much reduced after three bhavana


[7/29, 9:31 AM] Dr. Pawan mali A P: 


Pranam guruvarya🙏🏻🙏🏻...I was taking avala murabba with ghee 
.but not other preparations like churna or swaras... but I haven't feeled any amlodgar ...other members may opine their views.🙏🏻🙏🏻


[7/29, 9:39 AM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

🙏🏼😁
Ekiyamat me eaise nirmata hai ,jo AsavArishta ke yoga Sutra me yadi Amalaki hai to ise sandhAn me prayoga nahi karte.
Karan batate hai ki sandhAn amla ho jata hai.
Vastav me eaisa nahi.
😁🙏🏼


[7/29, 9:40 AM] DR. RITURAJ VERMA,M.P.: 

प्रणाम गुरुवर
अभ्यादी कषाय - हरीतकी,आमलकी,देवदारु,धान्यक,काली मनुक्का,सारिवा,बेलपत्र,मामेज्व,पोदीनापत्र सभी सम भाग चूर्ण
यह योग प्रयोग किया है hyperglycemia मे परिणाम भी उत्तम मील है।


[7/29, 9:44 AM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

BR me kAli munakka ullekh hai to ye ucit Nahi.


[7/29, 9:48 AM] Dr.Bhavesh R.Modh Kutch: 

अभी तक तो नही,
आमलकी स्वरस का परिणाम जीर्ण पित्तप्रधान या वातपित्तप्रधान विकार मे सरः गुण कर्म कोइ कोइ व्यक्ति मे  दिखाता है  एसे रुग्ण  आमलकी रस का पान करने के बाद दो या तीन घंटे बाद द्रवमल प्रवृति एक से तीन वेग मे होने का बताते है, आमलकी चूर्ण या फिर  आँवलेको उबाल के या क्वाथ स्वरूप देने से यह शिकायत नही आती ।
 *शायद स्वरस मे टेनीन या फिर अपरिपक्व आंवले के टेनिन के इरीटेशन से होता होगा*  

आद्रक आँवला स्वरस को सैंधव के साथ लेने से किसी को Hiccup  होती है पर एकाद मीनीट मे शम जाती है शायद आद्रक की वजह से हो और आंवला शमन करवा देता हो 

आंवला के प्रयोग से खट्टे कच्चे डकार आते नही देखे गए है । चाहे अजीर्ण की अवस्थामे भी सेवन  लो, उद्गार आएंगे तो भी मधुर  अनुरस का एहसास होता है ।


[7/29, 9:49 AM] DR. RITURAJ VERMA M.P.: 

🙏🙏🙏

[7/29, 9:55 AM] DR. RITURAJ VERMA: 

यह योग रसतंत्रासार का है भैषज्जरत्नावली में 3 औषधि द्रव्य कम है। वहा मनुक्का नही है


[7/29, 9:57 AM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

Munakka le .
Kali na le.
Dosha shaman ke liye


[7/29, 9:57 AM] DR. RITURAJ VERMA M.P.: 

Ji sir ji 🙏🙏🙏


[7/29, 10:28 AM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar: 

जी
एक दो मरीजो में आमला स्वरस लेने से ये दिक्कत पाई है मैंने।


[7/29, 10:29 AM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar: 

🙏🙏👌👌


[7/29, 11:13 AM] Dr.Radheshyam Soni Delhi: 

प्रणाम सर🙏🙏

मेरे पिताजी को जब भी आमलकी चूर्ण या मुरब्बा का प्रयोग कराया तो उन्हें 2 से-3 दिन बाद ही अम्लोद्गार अथवा उरोदाह प्रतीति होने लगती है।

इसबार मैंने स्वयं आमलकी का एकत्रीकरण किया जनवरी माह में, और सुखा कर चूर्ण निर्माण किया। इस चूर्ण से उनको कोई अनुपशय नहीं मिला।

*संभवतः जनवरी फरवरी तक आमलकी फल पक्व हो जाते हैं और पक्व आमलकी में मधुरता और पित्त शामक गुण अधिक हो जाते हैं जिसके कारण इस बार अम्लोद्गार/विदाह नहीं हुआ।*


[7/29, 11:18 AM] +91 76961 10883: 

🙏🏽🙏🏽🙏🏽


[7/29, 11:41 AM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:


 *स्वयं पर प्रयोग कर के 3-4 दिन में अपना अनुभव बतायेंगे।* 🙏🙏🙏


[7/29, 11:44 AM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *आमलकी स्वरस 3 tsp + रूह अफजा शर्बत 3 tsp और शीतल जल मिलाकर किसी को पान हेतु दीजिये, वो कहेगा ये अनार का स्वरस है 😄😄😄 हम अपने यहां अतिथियों को पिलाते है आज तक किसी को नही पता कि इसमें आमलकी स्वरस है। कभी प्रयोग कीजिये, इस योग का आविष्कार हमने किया था।*


[7/29, 11:49 AM] Dr Chandra Shekhar Sharma: 

🙏🏻💐


[7/29, 11:53 AM] Dr.Mamata Bhagwat Ji: 


प्रणाम गुरूजी, 🙏🏻🙏🏻
ऐसा नहीं देखा । 

परन्तु मैंने यह अनुभव किया है कि, लगातार महिनो भर आमलकी लेने पर अग्निमान्द्य हुआ है। इस परिणाम को देखकर आमलकी को महीनों केलिये advice करना बन्द किया। 

(हिन्दी भाषा मे कोई त्रुटी केलिये आपसे क्षमाप्रार्थी हूँ। सीखने का प्रयत्न तो कर रही हूँ।)


[7/29, 11:59 AM] Dr.Radheshyam Soni Delhi:

 🙏🙏👍🏻
अवश्य प्रयोग करूँगा आचार्यवर🌹🌹



[7/29, 12 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

निम्ब पत्र का प्रयोग प्राय: हम युवाओं में नही करते ये कामोत्तेजना को समाप्त कर देता है।1985-87 तक काफी समय साधु,सन्यासी और तन्त्र सिद्ध समुदाय के साथ व्यतीत किया। सभी जगह नीम की दातौन प्रात: काल करना और सभी के मुख में 6-7 पत्ते चबा कर खाना आवश्यक था ।एक सिद्ध पुरूष कहते थे कि यह male में irrection समाप्त कर देती है, बाद में practice में हमें उनका ये कथन सही मिला। अनेक रोगियों को ये समस्या तब मिली जब उन्होने एसे चूर्णों का सेवन आरंभ किया जिनमें नीम पत्र थे। प्रमेह में धातु क्षय से ऐसा स्वाभाविक भी है पर इस से इसका परिणाम भिन्न मिला।*

*नीम पत्र गुणों में शीत मिला और इसका फल किंचित उष्ण वीर्य प्रतीत होता है।*

*अनेक पुरूष रोगी जिन्हे सर्पगंधा मात्र 100 mg bd दी गई दो सप्ताह बाद ही अनेक का कथन होता है कि औषध से कामोत्तेजना समाप्त हो गई है और चिंतित हो जाते है। विषय ये नही है कि अब क्या करें ? उसका उपचार तो हम कर ही देते हैं पर आपको ये बताना है कि इन द्रव्यों का प्रभाव ये भी होता है।*



[7/29, 12:01 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*वैद्यराज सुभाष शर्मा पानक*



[7/29, 12:06 PM] Vaidya B.L.Gaud Sir: 

आमलकमति मात्रमग्निमांद्याय- 
चक्रपाणि


[7/29, 12:08 PM] Dr.Shivam Sinwar Gngangr: 

*प्रणाम गुरुवर 🙏🏻🙏🏻*
*ऐसा प्रैक्टिकल ज्ञान गुरु के सानिध्य के बिना नहीं मिलता है  स्वयं के अभ्यास से जानने में वर्षों लग जाते है* 
*आपका बहुत बहुत आभार*


[7/29, 12:10 PM] Dr.Pawan mali  A P: 


👌🏻👍🏻 ye accha paanak bataya aapane sir...healthy drink.🙏🏻🙏🏻


[7/29, 12:11 PM] Dr.Mamata Bhagwat Ji: 

धन्यवाद गुरूजी। 🙏🏻🙏🏻


[7/29, 12:12 PM] Vd.V.B.Pandey Basti(U.P.):

 🙏गुरु वर सरपगंधा के बारे में तो मैं नहीं कह सकता किंतु नीम के योग व नीम की दातून के बारे में  ऐसा कभी नहीं हुआ कि रोगी न कोई शिकायत की हो हमारे भगंदर के रोगी जिसमें युवा वर्ग के रोगी ही ज्यादा है काफी दिनों से सेवन कर रहे हैं ।



[7/29, 12:13 PM] Dr Chandra Shekhar Sharma: 

💐


[7/29, 12:14 PM] Prof Surendra Sharma, NIA: 

नवीन ज्ञानोदय के लिए आदरणीय गुरुजी को वन्दन एवं आभारी गुरु कृपा हेतु🙏🙏🙏


[7/29, 12:16 PM] Vaidya B.L.Gaud Sir: 

आमलकमतिमात्रमग्निमान्द्याय


[7/29, 12:17 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*अब इस दृष्टिकोण को सामने रख कर भी चलना, हम अपने अनुभव आपको बताते हैं।*


[7/29, 12:18 PM] Vd Vivek Savant, Puna: 


So many peoples started acidity after Amala Sevan because of amla Ras

I advised in such cases मोरावळा आवला मुरांबा without ginger 


If u add ginger in awala murabba then it acidic in nature and 
Awala candy is also good option for that


[7/29, 12:19 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*चिकित्सा में विभिन्न पक्षों पर सूक्ष्म दृष्टि आवश्यक है।*


[7/29, 12:22 PM] Dr.Mamata Bhagwat Ji: 


This could be due to the new genetically modified hybrid variety of amalaki which is actually abundantly available and very dour in taste. Native amalaki is very less available. And also another variety with small ridges also is Pitta karaka. Otherwise original amalaki should be Pitta shamaka.. right?


[7/29, 12:22 PM] Vd.V.B.Pandey Basti(U.P.): 

🙏जी।


[7/29, 12:26 PM] Vd Vivek Savant, Puna: 


हम आवळा  युज करते है वो टोटली रॉंग सीजन का होता है ,! जब परिपक्व हो जाये तब अवला उपयोग में लाना चाहिए

जब आवला को रेडिश कलर आ जाता है जब तक अाबला युज करना चाहिये


[7/29, 12:28 PM] Vd Vivek Savant, Puna: 

चवनप्राश तो मै फेब्रुवारी लास्ट मे करता हुं


[7/29, 12:28 PM] +91 92252 26567: 

मित्रवर्य बढिया


[7/29, 12:30 PM] Vd Vivek Savant, Puna: 


आज भी मैने पुणे के मार्केट में अावला देखा जो बहूत ही अपरिपक्व था


[7/29, 12:31 PM] +91 94589 77760: 


Its wow idea sir, just had it😋


[7/29, 12:37 PM] Vd.Surendra A Soni Sir: 

प्रणाम गुरुजी ।

ऊर्ध्वग अम्लपित्त के रुग्णों में अम्लोद्गार तथा साथ ही शीतत्व के कारण प्रतिश्याय आदि भी कभी कभी दृष्टिगोचर होते हैं ।

🙏🏻🌹😌


[7/29, 12:41 PM] +91 92252 26567:

 🙏गुरुवर यदि आमलकी के साथ शुंठी मिश्रीत कर के दे तो?


[7/29, 12:44 PM] Dt.Sanjay Khedekar: 

Madam, as per my knowledge Amla is not genetically modified. Yes there are different varieties of Amalki. Two are most common that is Wild Himalayan and remaining. Out of these wild Himalayan is not used for medicine purposes. The remaining varieties of Amalki like Banarasi, Haatjhool etc are used for medicines. Out of these varieties all having different seasons of fruiting. That is the reason why we get availablity of Amla for 8 to 9 months. There is slight difference in taste of Amalki but not much. Yes there is major difference in fibre content which definitely leads to therapeutic efficacy. 🙏🏻





[7/29, 12:48 PM] Dr Shivali Arora, MD, Ludhiana: 

🙏🏻 Pranam sir... I’ve been using haridra + amalaki churna with Luke warm water empty stomach in hyperglycaemia with good results..... neem churna added will make it more effective with bhavanas... very good insight 🙏🏻🙏🏻🙏🏻


[7/29, 12:48 PM] +91 94040 49302: 

Ayurved sharbat👌🏻😊


[7/29, 12:52 PM] +91 94040 49302: 

Thank you for new formulation sir, patients and my father will also benefited by this Yoga🙏🏻


[7/29, 12:58 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*आजकल का आमलकी परिपक्व नही है।*


[7/29, 12:59 PM]Vaidyaraj Subhash
Sharma Sir Delhi: 

👌👍🌹🌺💐
*धन्यवाद डॉ शिवाली जी*


[7/29, 1:00 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *बहुत मस्त लगता है पीने में 👍👍*


[7/29, 1:00 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

💐🌹🌺🙏


[7/29, 1:01 PM] Vaidya B.L.Gaud Sir:

 यह बिल्कुल सही है खासकर ऐसे रोगियों में जिनको Hiatus hernia होता है। जिन का अम्लपित्त का इतिहास मिलता है, भले ही इस समय नहीं हो अथवा जिनको अम्लपित्त होता है या किसी भी तरह से प्रात:काल आमाशय में पित्त काआधिक्य होता है ऐसे व्यक्तियों को आमलक  पीड़ादायक होता है।


[7/29, 1:02 PM] Dr Shivali Arora, MD, Ludhiana: 

🙏🏻



[7/29, 1:03 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश: 

Ji guruji pranam 🙏🙏



[7/29, 1:04 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

🙏🙏🙏🙏 *विशिष्ट ज्ञान*


[7/29, 1:23 PM] Prof Hariom Gupta, 
Vadodara: 

👌🙏


[7/29, 1:26 PM] Dr.Mamata Bhagwat Ji: 

Hybrid variety is available sir, hybrid seeds are also available. They are bigger in size and more amla in taste. 

Native variety is smaller and having kashaya rasa tinge in it. It is wildly available in western ghats region also. 

The variety which is having small ridges and uneven surface on the fruit is actually not considered as amalaki. 

Dravyaguna experts please correct me if I am wrong🙏🏻🙏🏻


[7/29, 1:27 PM] Dr Sachin Gajare: 

और रुग्ण को, सर मे भारी पन भी काफिबार मेहसुस होता है।
Sainusitis जैसे।


[7/29, 1:31 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश: 

घन्यवाद सर जी प्रणाम🙏🙏 मार्गदर्शन करने के लिए , मैं अभी  एक त्वचा रोगी को अनुपान के रूप में दे रहा हूं, लड़का है , कल से बंद करते हैं  निम्म पत्र स्वरश 🙏🙏


[7/29, 1:35 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश: 


Try karte hai , pi kar sir ji aur aap ko is ka majha baate hai ,kysa hai🙏🙏


[7/29, 1:36 PM] Vd.Surendra A Soni Sir: 

आमावस्था में अप्रयोज्य ।


[7/29, 1:40 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश: 

🙏🙏


[7/29, 1:43 PM] Dr Ranga prasad Bhat, Chennai:

 धन्योऽहं आदरणीय महोदय ।। 🙏🙏🙏


[7/29, 1:49 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

वैध मृत्युंजय त्रिपाठी जी
 *नही बंद मत करिये अश्वगंधा साथ दीजिये।*


[7/29, 1:54 PM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

"Bhedicamalakam" "bhedan' bataya
15-20 g Amalaki Curn ka him/fant  banakar pratah niranna rikta koshtha lene se 1/2-1&1/2 hrs me ,malotsarga hojata hai.ye 100-150 g fresh Amalaki ko represent karta hai ,pratham bhedan' then Agnimandya😁🙏🏼



[7/29, 1:55 PM] Dr Sachin Gajare: 

काफी सारे प्रमेह के रुग्ण में ED ki समस्या पहलेसेही होती है।
फिर क्या हमे निंब पत्र देना बंद करना है या अकलकरा / वनारी गुटिका जैसे द्रव्य /औषोधो को साथ में देना चाहिए।
उपरोक्त प्रश्नसे हमें synergistic antagonastic effect par bhi man me शंका है।
गुरुजी इस पर भी आप बताए।

काफिबर दवाएं देते समय ऐसे दुविधा में हम फस जाते है।और हमारी सोचनेकी  लाइन टूट जाती है।
जैसे कुछ व्याधि वात कफ़ज लगते है।तो चंद्रप्रभा इस्तेमाल करे पर ड्रग of choice aise व्याधि में आरोग्यवर्धिनी होती है जो कि वातपित्त  विकरोपर प्रयुक्त होती है।



[7/29, 1:56 PM] Vd.Shailendra Harayana: 

Smart question sir...👍👍



[7/29, 1:59 PM] Dr Sachin Gajare: 

प्रैक्टिकल डिफिकल्टी है सरजी।
इससे रोज जूझते रहते है।
शायद द्रव्यगुण का अभ्यास कम है।


[7/29, 2:01 PM] +91 92252 26567: 

अम्लपित्त मे मरीच आमलकी के साथ मरीच मेरे हिसाब से प्रश्नचिन्ह लगेगा.


[7/29, 2:01 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश: 


Ji guruji ji ,thik hai🙏🙏



[7/29, 2:04 PM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

Catuhsama leha
Amalak, shatawari,Sharkara, Ghritam madhuna lihet
Shastrokta hai.


[7/29, 2:08 PM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar: 

वाह गुरु जी


[7/29, 2:11 PM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar:

 निम्ब व सर्पगंधा का ध्यानपूर्वक प्रयोग


[7/29, 2:12 PM] +91 92252 26567:

 गुरुवर्य ये तो शास्त्रोक्त तो है लेकीन यदी आमलकी के साथ शुंठी मिश्रीत कर के दे तो? यह मेरा प्रश्न था


[7/29, 2:12 PM] +91 92252 26567: 

🙏🙏🙏


[7/29, 2:14 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *चिकित्सा में जहां भी आप रहते है किसी अच्छे काय चिकित्सक के सान्निध्य में clinical experience कम से कम एक वर्ष का  ही विशाल और विस्तृत है।ED मेरा चिकित्सा अधिकार क्षेत्र नही है पर जब भी निम्ब पत्र या सर्पगंधा प्रयोग करता हूं तो कुछ सहायक औषध अवश्य प्रयोग करता हूं जिसे आगे किसी दिन स्पष्ट करूंगा।*


[7/29, 2:15 PM] Vd.V.B.Pandey Basti(U.P.): 

Etiology of ED Should be find out in majority of cases it's functional while if Pt.is diabetic then diabetes must be considered as the etiology but in all the cases Chandra Prabha vatti is a unique choice of drug.



[7/29, 2:37 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*मेदोरोग को कैसे समझें और चिकित्सा करें ?*

*'मेदोमांसातिवृद्धत्वाच्चलस्फिगुदरस्तन:...' च सू 21/9 में मेद संचय के ये स्थल स्पष्ट किये है, नितंब,उदर और स्तन। ये सूत्र रूप है जिसका हम आगे विस्तार करते हैं तो कोष्ठ में स्थानिक अव्यवों में मेद का संचय मिलेगा जैसे यकृद् वृद्धि (fatty liver) , fatty pancreas , मेद और कफ के गुण साम्यता रखते हैं जो आगे hyperglycemia जिसका उल्लेख आज कर के चले थे वो उत्पन्न करेंगे तो चिकित्सा प्रमेह या hyperglycemia की नही हम मेद की करेंगे और b sugar अपने आप नियन्त्रित होगी और HBA1c भी अपने आप कम हो जायेगी । मूल को पकड़ना है और सम्प्राप्ति का विघटन करना है।*



[7/29, 2:44 PM] Vd.V.B.Pandey Basti(U.P.):

 🙏एक साधे सब सधै।



[7/29, 2:57 PM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar: 

हेतु विपरीत ,,, उत्तम चिकित्सा


[7/29, 3:02 PM] Dr.Bhadresh Naik Gujarat: 


Good interpretation of med
In liver ativrughi of med lead to fatty liver then cirrorhsis of liver
So rightly explain katuki
arogyavarghiNovato
Kanchanar
Varun
Gomutraharitaki
Medonashak medicine target on liver bcz katuki and arogyvarghini act liver it's target medicine🙏🙏👌


[7/29, 3:05 PM] Vd.V.B.Pandey Basti(U.P.): 

I  think Tamra Bhasma play's the vital role in liver pathology.


[7/29, 3:24 PM] Dr.Pawan Madan Sir, 
Jalandhar: 
ED की समस्या वाकई ही पेचीदा मामला है पर कुछ बातों का ध्यान रखने से मामला सुधर सकता है

,,,Diabetic but young...with ED....only control diabetes 

...Diabetic controlled...but anxiety...only medhya aushadhi....like shankhpushoyadi and sarasawat churan

...Diabetic..middle aged..>>>..control diabetes + srotoshodhak aushadhis like Nagarjunabhra rasa and prabhakar vati

...Diabetic uncontrolled in high middle aged...control diabetes and add sidhamakardhwaj as srotoshodhak, vaata niyaamak and rasaayan.


[7/29, 3:29 PM] Dr Sachin Gajare: 

Lekin sirji,
What to do abt nimb patra churna,
using different drug along with nimbptra can do antagonistic effect.which can reduce clinical effect of nimbpatra like hypoglycaemic effect


[7/29, 3:49 PM] Dr. Sadhana Babel, Pune: 

Pranam sir 
I am using amalki haridra indrajav combination in prameh 
Now I will use with nimbpatra too  🙏🏻🙏🏻

[7/29, 3:56 PM] Dr Sachin Gajare: 

How you find result with your combination.

I think using universal formula we shud go with prakrutiwise different combination.


[7/29, 4:06 PM] Dr Sachin Gajare:

 Or using some prakrutiwise dravya along with subhash sirs formula.

I just want to share my experince.
A female age 50 yrs came with report showing bsl 250-350 fasting pp respectively.

I gave her
Tab glimeride 2 mg+ metformin 500
1 morning 1/2 evenning.
Bsl level lowered slightly.
Then gave her 
Gayatri kashay
And one herbal formula which I recieved as sample which contains ruksh tikt kashay dravya.
But  no reduction  in bsl.

Then gave her
Shilajitvadi loh
Chandraprabha
Roupyavang vati.
All 1 bid empty stomach with milk.along with modern medicine.
And also advice for  bruhan aahar.also advice to stop methi dana.and to stop walking also.adviced for yogasans
And got good result.

Now dnt remember exact numbers.

[7/29, 4:28 PM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar: 

I havent used Nimna patra for diabetic. 

Bug yes I have used many combinations containing Nimb but havent seen any resukts with any combination.


[7/29, 4:50 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

Student's t-test revealed a decrease in testosterone, FSH, and LH levels of experimental groups as compared with control. Study therefore has shown that neem leaf extract can negatively affect male reproductive hormones


[7/29, 4:57 PM] +91 96335 49822: 

Sir Dr. K.J. Hiremath sir taught us that the pehalvans who do kasrath and Kusthi used neem sticks in mixing their food preparation while cooking to prevent semen  ejaculations and it's loss as it solidify the semen

[7/29, 5:13 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

👌🌷✅ , but , for therapeutic purpose , use of nimb is ideal for short course. One thing , I noticed that single dravya nimba (with honey)  is used only in kaamalaa , in other diseases , it's used in combination ..


[7/29, 5:44 PM] Dt.Sanjay Khedekar: 

निंब और मधुमेह
चिकित्सा में निंबपत्र और निंबत्वक दोनो प्रयुक्त किये जाते है. पिछले 15 वर्षोंसे specific endocrinal disease के लिए रसचिकित्सा कर रहा हूं.  मैंने स्वयं कभी निंबपत्र या त्वक का प्रयोग रुग्णों में कभी नहीं किया, लेकीन रुग्ण स्वयं ही अपना पूर्व अनुभव बताते है, उस के अनुसार मैंने कुछ अनुमानजन्य निष्कर्ष तय किये है. उसमें गलत भी हो सकता हूं. क्षमस्व.
निंबपत्र और निंबत्वक में निंबपत्र अधिक कार्यकारी है, थोडे समय के लिए. निंबपत्र स्वरस यदी लगातार दो महिने के उपर सेवन करे तो त्वकदारण, अम्लपित्त, कोष्ठपूर्णता, अग्निमांद्य, कार्ष्ण्यता, वातप्रकोप के कुछ और लक्षण, ध्वजभंग इ लक्षण एवं उपद्रव धीरेधीरे देखने मिलते है. सबसे अंत में ध्वजभंग. 
इसमें भी नवीन  रुग्ण, आदान काल, बलवान रुग्ण, संतर्पणजन्य आहार विहार, इ रुग्णों में आरंभ में तुरंत रक्तशर्करा नियमित होती है. लेकीन धीरेधीरे फिरसे पूर्व अवस्था प्राप्त होती है. उपरोक्त रुग्णों में उपद्रव कम होते है या वह सह लेते है. 
जो रुग्ण दुर्बल हो, विसर्ग काल है, अपतर्पणजन्य आहार विहार हो तो उपद्रव तुरंत मिलते है. एक महिने के भीतर रुग्ण उपद्रव से ग्रसित होने लगता है.
मेरे अनुमान से निंबपत्र स्वरस अवरोधजन्य संप्राप्ती एवं नवीन और बलवान रुग्ण में अल्प समय के लिए अच्छा विकल्प होना चहिए. 
जब हम निंबपत्र की भावना यदी किसी multi compund formulations को देते है तो उपरोक्त विश्लेषण योग्य नहीं है. जब भी हम द्रव्यों का संघटन करते है तो प्रबलवीर्य द्रव्य का कार्य प्रमुख होता है. और भावना द्रव्य तो प्रमुख द्रव्यों का कार्य व्रुद्धि करता है, और स्वयं दुय्यम स्थान लेता है. विमर्श में निंबपत्र या त्वक जब इतर द्रव्य संघात में हो तो उपद्रव नहीं करते या कम करते है. यदी हम आमला, हरिद्रा और निंब एकत्र करे तो यहा प्रबल वीर्य द्रव्य आमला है, दुसरे स्थान में हरिद्रा है अंत में निंबपत्र है. 
निंबपत्र और निंबत्वक दोनो के गुणधर्म अलग है.🙏🏻


[7/29, 5:57 PM] Dr.Pawan Madan Sir, Jalandhar: 

🙏🙏🙏

[7/29, 5:58 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman: 

🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹
*धन्यवाद आचार्य, इस वर्ष में erectile dysfunction वाले रुग्ण काफी अधिक संख्या मे मिलेंगे। एक धर्मसमुदाय ने कोरोना के लिये नीम का प्रचार काफी किया हुआ है। जीन लागो ने नीम का सेवन अतिप्रमाण में किया होगा वे जरूर आएंगे। यंहा पर भी lockdown के समय मे ऐसे रुग्ण ईलाज के लिये आये थे।*


[7/29, 5:59 PM] Dt.Sanjay Khedekar: 

Namaste sir...🙏🏻
You are always there sir.... My best senior and mentor.
Ans for 
1. Yes sir we got antidiabetic action of makaradhawaja in human subjects too. Majority patients were chronic diabetic. During one month duration patients showed moderate to complete symptomatic relief. Significant glucose control. More than three hundred pateints were treated sir. 
In my private practice I have seen that it gives better relief in complications or prolongs them. Patients shows very good symptomatic relief.
With cost effective, no it's not cost effective. It is more costly than vasant kusumakar and vasant Malti.
In my personal practice I am also not using it regularly because there are many other great herbs, metals and minerals who having better anti hyperglycemic potential. 
Now I am only using it in the patients who are chronic and having more complications with uncontrolled glucose levels. Otherwise I prefer other medicines based on Prakruti and dosha dushya.
The relief in complicated symptoms we can assume it's action on tissues, I am very much confident about its cellular action that it works. 
I have not published clinical trials paper yet it is communicated, may be 2021 we get it published.


[7/29, 6:14 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman: 

✅✅🙏🏼🙏🏼 *निम्ब बीज चूर्ण/तैल भी शुक्रजनन में अत्याधिक बाधक हैं।*

[7/29, 6:19 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*शुभ सन्ध्या सर 🙏💐🌺🌹 वर्षों से अपना निजी अनुसंधान private practice में clinic में ही चलता रहता है, ये सब अपने ज्ञानवर्धन के लिये है और अब ग्रुप में मन करता है तो कुछ share इसलिये करता हूं कि सभी लोग इसका अनुभव कर के देखे क्योंकि कुछ अनुभव ऐसे हैं जो ग्रन्थों में इस प्रकार नही मिलेंगे और ना ही कोई बता रहा है पर practice में ये इस प्रकार से मिल रहे हैं।*


[7/29, 6:21 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*शुभ संध्या वैद्यराज सुभाष शर्मा जी एवं आचार्य गण नमो नमः ॐ*


[7/29, 6:21 PM] DR. RITURAJ VERMA M.P.: 

निम्ब
गुण-लघु,रस-तिक्त, कषाय
विपाक- कटु, वीर्य-शीत
तिक्त, कषाय होने से ग्राही,
तिक्त होने से पित्त के द्रवत्व का शोषण करता है तो अम्लपित्त म् लाभकरी होना चाहिए
लेकिन कटु,तिक्त, कषाय औषध ज्यादा समय तक सेवन से वात वृद्धि भी होती है।


[7/29, 6:22 PM] DR. RITURAJ VERMA: M.P. 

जी गुरुवर आपका मार्गदर्शन सदैव फलदायी होता है।


[7/29, 6:24 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

👌👍🌹🙏


[7/29, 6:25 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

लेकिन निम्ब पत्र/त्वक् कामला में अति उपयोगी है , मैं एरंड पत्र स्वरस , वासा स्वरस एवं शतावरी स्वरस के साथ cirrhosis of liver में देता हूं .


[7/29, 6:27 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*बहुत श्रेष्ठ कार्य करता है, घर के बाहर ही नीम वृक्ष है इसकी कोंपल और फल दोनो ही हम सेवन कराते हैं।*


[7/29, 6:28 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

Ji


[7/29, 6:28 PM] DR. RITURAJ VERMA 
M.P.:

 बहुत उत्तम कार्य करते ,निम्ब बीज भेदन करते है


[7/29, 6:29 PM] Dr.Radheshyam Soni Delhi: 

प्रणाम आचार्य🙏🙏

आरोग्यवर्धिनी वटी में इसी कारण निम्ब पत्र स्वरस की 3 भावना दी जाती हैं।👍🏻


[7/29, 6:29 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

निश्चित रुप से..

[7/29, 6:30 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*आजकल वृक्ष में फल पीले हो कर पक गये है, 7-8 एक दिन सेवन किये तो मृदु रेचन कर्म किया।*


[7/29, 6:30 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:
ऋतराज जी
*सही पकड़े हैं ...* 👍👍👍


[7/29, 6:30 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir:

 🙏🙏


[7/29, 6:31 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman:

 *प्रणाम आचार्य, रुग्ण में प्रयोजन उपयुक्त हैं। लेकिन जो रुग्ण नही हैं उन्हे इसका सेवन अधिक लाभदायक कैसे बनाए ?*


[7/29, 6:31 PM] DR. RITURAJ VERMA M.P.: 


🙏🙏कायसम्प्रदाय में ज्ञान लेना हो तो ग्रन्थ अपने आप खुल जाते है गुरुवर


[7/29, 6:31 PM] Dr.Radheshyam Soni Delhi: 

प्रणाम सर🙏🙏

निम्ब फलों के अतिसेवन से पीडिका होने का अनुभव बाल्यकाल में रहा है।
ये सत्य है या फिर उन पीडिकाओ का कारण कुछ और रहा होगा?🤔


[7/29, 6:32 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*जी वैद्य राधेश्याम जी 👍👍👍 *


[7/29, 6:32 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*पत्र शीत वीर्य और फल उष्ण वीर्य होने से है।*


[7/29, 6:34 PM] Dr.Radheshyam Soni Delhi: 

🙏धन्यवाद आचार्य🌹

[7/29, 6:34 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

दातून स्वरुप प्रयोग शताब्दियो से चल ही रहा था/है (आदिवासी)  , अन्य प्रयोग स्वस्थ व्यक्ति में अपेक्षित नहीं है


[7/29, 6:35 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*एक ही वृक्ष का पंचाग अनेक बार अलग अलग वीर्य का होता है ये सदैव स्मरण रखना चाहिये।*


[7/29, 6:38 PM] Dr.Radheshyam Soni Delhi: 

🙏👍🏻


[7/29, 6:38 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman: 

*जी आचार्य, किन्तु निम्ब पत्र नियमित सेवन से 100 वर्ष आयु प्राप्त होती हैं ऐसा भी ग्रंथो में लिखा हुआ मिलता हैं।* 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹


[7/29, 6:38 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *कच्चा आम मल से रक्त प्रवाहित कर देता है अम्ल रस और उष्ण वीर्य और उसी कच्चे आम की गुठली का अन्त: भाग कषाय रस प्रधान है ये उस रक्त स्राव को रोक देता है।*


[7/29, 6:38 PM] Dr. Sadhana Babel, Pune: 


In Maharashtra nimb patra and fruit some other ingredients prepare naivedya for gudhi on occasion of gudhi padva 
And all too eat that preparation




[7/29, 6:39 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*जब वो बाल ब्रह्मचारी बना देगा तो हो ही जायेगा।*


[7/29, 6:41 PM] Dr.Radheshyam Soni Delhi: 

 *कच्चा आम मल से रक्त प्रवाहित कर देता है अम्ल रस और उष्ण वीर्य और उसी कच्चे आम की गुठली का अन्त: भाग कषाय रस प्रधान है ये उस रक्त स्राव को रोक देता है।*
उत्तम उदाहरण आचार्य👌👌

[7/29, 6:43 PM] +91 94040 49302:

 Tulsi ushna veerya hai but tulsi k seed sheet virya hai


[7/29, 6:43 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *कुछ वर्ष पूर्व तक बाजार में नीम, कीकर और बबूल तीनो की दातौन सर्व सुलभ थी जिसमें बबूल और कीकर का ही प्रयोग सर्वाधिक रहा है।नीम की दातौन संक्रमण रोग में ही प्रयोग की जाती थी।*


[7/29, 6:48 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman: 

*आचार्यजी, अभी भी नीम का दातून अमेरिका जैसे अनेक राष्ट्र के हायपर मार्केट बिका जाता हैं। वो भी काफी अधिक मूल्य पर।*  🙏🏼🙏🏼🌹


[7/29, 6:49 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

विडंग की तरह कृमिघ्न होने से रसायन कर्म भी अपेक्षित है , फिर क्लेदघ्न होने से प्रमेहादि व्याधि प्रतिबन्धकत्व क्षमता के कारण स: वीतरोग: (नीरोग:) समा: शतम् अधिकं जीवेत् में कारणीभूत होना सम्भाव्य है


[7/29, 6:50 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi:

 *जंतुध्न, कृमिघ्न के अतिरिक्त भूत बाधा, प्रेत रक्षा, आसुरि शक्तियां पवित्र व्यंजनों को दूषित ना कर दे ऐसी भी मान्यतायें रही है, शमशान घाट से आते हुये भी नीम पत्र चबाकर थूकने के लिये सभी उत्तर भारत में सभी स्थान पर दिये जाते हैं कि प्रेतात्मायें साथ में ना आ जाये या जो जीवन की कड़वाहट जाने वाले के प्रति थी वो समाप्त कर दो, ये सब नीम के साथ मान्यतायें हैं।*


[7/29, 6:51 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*गुणों के कारण*

[7/29, 6:52 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman:

 *रुग्ण को छोड कर, बाल्यावस्था एवं वृद्धाश्रम अवस्था में नियमित प्रयोग उचित रहेगा ऐसा प्रतीत होता हैं।*


[7/29, 6:52 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

👍👌👏 *पूर्णत: सहमत हूं , ऐसा भी संभव है।*


[7/29, 6:52 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

जी , रक्षोघ्न है


[7/29, 6:53 PM] Dr. Sadhana Babel, Pune: 

🙏🏻👍🏻


[7/29, 7:00 PM] Prof. Satyendra Narayan 
Ojha Sir: 

पलङ्कषा निम्बपत्रं वचा कुष्ठं हरीतकी , सर्षपा: सयवा: सर्पि: धूपनं ज्वरनाशनम् . च.चि.३/३०७*


[7/29, 7:03 PM] Vd.V.B.Pandey Basti(U.P.): 


🙏आज के  लगभग  तीन साल पहले मुझे दाँतों में तकलीफ के कारण अपने तीन दाँतों को निकलवाना था संजोग से बीच में  2दिन के लिए डॉ साहब कहीं बाहर गए थे  मैने नीम की दातून बार बार करता रहा जिससे मुझे धीरे धीरे  काफी आराम मिला ।मैं तभी से दातुन की वयवसथा करके ही सोता हूँ और सबसे पहला काम दातून ही करता हूँ  फिर ब्रश भी करते हैं  आशचरय की  बात  दाँतों की ही नहीं पेट की भी  कोई  शिकायत नहीं है ।


[7/29, 7:04 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

🙏🌺🌹💐🙏


[7/29, 7:25 PM] +91 92252 26567: 

डॉ साब हम ओपीडी मे धूपन करते है, द्रव्य लगभग यही है, हम लोबान भी डालते है, रेडीमेड भी मिलता है l


[7/29, 7:25 PM] +91 92252 26567:

 धूपन


[7/29, 7:32 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*आचार्य चरक ने पित्तज प्रमेह में वर्णित किया है , कफज प्रमेह में नहीं*.
 (१) *पटोलनिम्बामलकामृतानाम्*.
(२) *निम्बार्जुनाम्रातनिशोत्पलानाम्*

*वातज प्रमेह में कफ /पित्त के अनुबंध होने पर प्रयुक्त त्रिकण्टकाद्य स्नेह में निम्ब भी है*


[7/29, 7:47 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*चरक पर आपकी पकड़ बहुत मजबूत है, इस ग्रुप के अनेक लोगों को आपसे इसे कैसे समझा जाये ये सीखने का मौका मिला है।*

*आयुर्वेद में अनुसंधान के अनेक द्वार तो इस ग्रुप की चर्चा ने ही खोल दिये है।*

                🙏🌺🌹💐🙏


[7/29, 7:53 PM] Vd.Arun Rathi: 

Neem cantains hightest amount of Sulphur in plants we use regularly.
Sulphur is broad sepctrum antiboitic, anti fungal, anti microbial.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻


[7/29, 7:54 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

*चरक संहिता में ज्वररक्तपित्तादि में पटोल के साथ निम्ब का प्रयोग अत्मधिक किया गया है*


[7/29, 7:55 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

जी सर 🙏🙏🙏*


[7/29, 7:58 PM] Vd.Arun Rathi: 

वंसन्त ऋतु, कफ प्रकोप काल.
निम्ब पत्र, सैंधव, हिगं, जीरा ,धनीया, गुड या सक्कर.


[7/29, 7:58 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

👌✅🌹☺️


[7/29, 8:00 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir:

 *Mehandi (jaati) too contains high quantity of sulphur ; jaatyaadi tail contains both jaati and nimba - high source of sulphur*


[7/29, 8:02 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

*नमस्कार अरूण जी, द्रव्य गुण, रस शास्त्र, भैषज्य कल्पना, शारीर, काय चिकित्सा सभी का अनुभव आपके पास होने से सभी के लिये बहु उपयोगी है।*

        👌👍👏🌹🙏


[7/29, 8:02 PM] Vd.Arun Rathi:


 *गुडीपाडवा के समय निम की पत्तियों का सृजन होता है, कोमल पत्तीयाँ बहोत ज्यादा विर्यवान और गुणकारी होती है.*


[7/29, 8:03 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma Sir Delhi: 

👌👍👏🙏🙏🙏


[7/29, 8:06 PM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

Mehandi ( "madayantika "instead of jaati).
Jaati,,( cameli ).jatyadi taila.
Sulphur in garlic/mulak/shalgam.etc.🙏🏼


[7/29, 8:08 PM] Vd.Arun Rathi: 

जात्यादि तैल मे राल भी है, इसमे भी गंधक होता है.


[7/29, 8:08 PM] Dr Sachin Gajare: 

अर्श व्याधि पर अतिशय उपयोगी।


[7/29, 8:09 PM] Dr.prajakta Tomar Indore: 


बचपन में गुडीपाढवा के दिन नीम के पत्र खाने पडते थे तभी प्रसाद मिलता था कुछ फायदा जरुर हुआ ही होगा


[7/29, 8:10 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

👌✅🌹 *
जो वीर्यवान है , वह वीर्य कैसे कम कर सकता है ??*


[7/29, 8:21 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir:
.

 *रक्तार्शसां प्रशमना दार्वीत्वगुशीरनिम्बाश्च... च.चि.१४/१८६*


[7/29, 8:24 PM] Dr Sachin Gajare: 

🙏🏻
आप ने चरक संहिता अपनी दिनचर्या ही बना ली है।
Word to word pin point.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
साष्टांग नमस्कार।
🌻🌻🌻


[7/29, 8:28 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: *

.......निम्बघृताभ्यां............ दाहे क्लेदे गुदभ्रंशे च गुदजा: प्रतिसारणीया: स्यु: , च.चि.१४/२२०-२२१*


[7/29, 8:30 PM] Prof.Lakshmikant Dwivedi Sir: 

JAti nimba patolanamn naktamalasya pallava! 
Manjishtaamayasiktha Tuttha madhukaihdarv inishadarivabrejam naktamalasya .. ityadina
Nimba hai. Raal ?
Raal in Pancagunatailam.


[7/29, 8:31 PM] Prof. Satyendra Narayan Ojha Sir: 

Guru ji.. great ..



[7/29, 8:41 PM] Vaidya Ashok Rathod Oman: 

*धन्यवाद, अरुण सर।* 🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹


[7/29, 8:52 PM] Vd.Arun Rathi: 

*प्रणाम गुरुवर*

🙏🏻🙏🏻🙏🏻

*त्रुटी के लिए क्षामाप्रार्थी हूँ.*

*मै स्वयं यहाँ के प्रसिद्ध वैद्य स्व. वैद्यराज गुरुवर श्री. शाह साहब के अनुभुत योग से जात्यादि तैल और जात्यादि मल्म का निर्माण करता हुँ.*

*मुझे लगा, शास्त्रोक्त जात्यादि तैल मे भी राल होगा.*
*अब से इसे अनुभुत योग ही कहना पडेगा.*
🙏🏻🙏🏻🙏🏻


[7/29, 9:04 PM] Vd.Divyesh Desai, Surat:


 मेरे गाँव के स्वर्गस्थ वैध श्री शांतिलाल शास्त्री जी 
निम्ब स्वरस में या तो सितोपलादि चूर्ण या चौसठ प्रहार पीपर चूर्ण मिलाकर देते थे, ऐसे प्रक्षेप द्रब्य या अनुपान से देनेसे ED का प्रोब्लेम नही मिलता था,
अगर प्रमेह या कफज विकार में 64 प्रहर पिपली और पित्तज कुष्ठ, दाह प्रधान विकार में सितोपलादि चूर्ण मिलाके देते थे,
ज्यादातर चैत्र नवरात्रि में 9 दिन के लिए निम्ब स्वरस देते थे,वो प्रकृति अनुसार अनुपान/प्रक्षेप अलग अलग होता था......🙏🏻🙏🏻जय आयुर्वेद जय धन्वंतरि।।












**************************************************************************


Above discussion held on 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp -discussion-group  of  well known Vaidyas from all over the India. 



Compiled & Uploaded by

Vd. Rituraj Verma
B. A. M. S.
ShrDadaji Ayurveda & Panchakarma Center,
Khandawa, M.P., India.
Mobile No.:-
 +91 9669793990,
+91 9617617746

Edited by

Dr.Surendra A. Soni

M.D.,PhD (KC) 
Professor & Head
P.G. DEPT. OF KAYACHIKITSA
Govt. Akhandanand Ayurveda College
Ahmedabad, GUJARAT, India.
Email: surendraasoni@gmail.com
Mobile No. +91 9408441150





Comments

  1. These kind of discussions improves knowledge of students like me

    Thank u to all great vaidyas
    S.N.Ojha sir charak mai master he

    ReplyDelete
  2. Vaidyaraj Shubhas sharma sir ne jo fatty liver ka ayurvedic perspectives bataya vo bahot bhari tha

    Thank u for creating these blog

    Keep posting these kind of discussions plz

    ReplyDelete
  3. Very informative blog .
    Thanks to all participants .
    Regards

    ReplyDelete
  4. Thank you so much all the respected practitioners ... Gratitude 😇

    ReplyDelete

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[1/20, 00:13] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:  1 *case presentations -  पित्ताश्य अश्मरी ( cholelithiasis) 4 रोगी, including fatty liver gr. 3 , ovarian cyst = संग स्रोतोदुष्टि* *पित्ताश्य अश्मरी का आयुर्वेद में उल्लेख नही है और ना ही पित्ताश्य में gall bladder का, आधुनिक चिकित्सा में इसकी औषधियों से चिकित्सा संभव नही है अत: वहां शल्य ही एकमात्र चिकित्सा है।* *पित्ताश्याश्मरी कि चिकित्सा कोई साधारण कार्य नही है क्योंकि जिस कार्य में शल्य चिकित्सा ही विकल्प हो वहां हम औषधियों से सर्जरी का कार्य कर रहे है जिसमें रोगी लाभ तो चाहता है पर पूर्ण सहयोग नही करता।* *पित्ताश्याश्मरी की चिकित्सा से पहले इसके आयुर्वेदीय दृष्टिकोण और गर्भ में छुपे  सूत्र रूप में मूल सिद्धान्तों को जानना आवश्यक है, यदि आप modern पक्ष के अनुसार चलेंगें तो चिकित्सा नही कर सकेंगे,modern की जरूरत हमें investigations और emergency में शूलनाशक औषधियों के रूप में ही पड़ती है।* *पित्ताश्याशमरी है तो पित्त स्थान की मगर इसके निदान में हमें मिले रोगियों में मुख्य दोष कफ है ...* *गुरूशीतमृदुस्निग्ध मधुरस्थिरपि

Case-presentation: Management of Various Types of Kushtha (Skin-disorders) by Prof. M. B. Gururaja

Admin note:  Prof. M.B. Gururaja Sir is well-known Academician as well as Clinician in south western India who has very vast experience in treatment of various Dermatological disorders. He regularly share cases in 'Kaysampraday group'. This time he shared cases in bulk and Ayu. practitioners and students are advised to understand individual basic samprapti of patient as per 'Rogi-roga-pariksha-vidhi' whenever they get opportunity to treat such patients rather than just using illustrated drugs in the post. As number of cases are very high so it's difficult to frame samprapti of each case. Pathyakram mentioned/used should also be applied as per the condition of 'Rogi and Rog'. He used the drugs as per availability in his area and that to be understood as per the ingredients described. It's very important that he used only 'Shaman-chikitsa' in treatment.  Prof. Surendra A. Soni ®®®®®®®®®®®®®®®®®®®®®®® Case 1 case of psoriasis... In this

Case presentation: Vrikkashmari (Renal-stone)

On 27th November 2017, a 42 yrs. old patient came to Dept. of Kaya-chikitsa, OPD No. 4 at Govt. Ayu. College & Hospital, Vadodara, Gujarat with following complaints...... 1. Progressive pain in right flank since 5 days 2. Burning micturation 3. Dysuria 4. Polyuria No nausea/vomitting/fever/oedema etc were noted. On interrogation he revealed that he had h/o recurrent renal stone & lithotripsy was done 4 yrs. back. He had a recent 5 days old  USG report showing 11.5 mm stone at right vesicoureteric junction. He was advised surgery immediately by urologist. Following management was advised to him for 2 days with informing about the possibility of probable emergency etc. 1. Just before meal(Apankal) Ajamodadi choorna     - 6 gms. Sarjika kshar                - 1 gm. Muktashukti bhasma    - 250 mgs. Giloyasattva                 - 500 mgs. TDS with Goghrita 20 ml. 2. After meal- Kanyalohadi vati     - 2 pills Chitrakadi vati        -  4 p

WhatsApp Discussion Series: 24 - Discussion on Cerebral Thrombosis by Prof. S. N. Ojha, Prof. Ramakant Sharma 'Chulet', Dr. D. C. Katoch, Dr. Amit Nakanekar, Dr. Amol Jadhav & Others

[14/08 21:17] Amol Jadhav Dr. Ay. Pth:  What should be our approach towards... Headache with cranial nerve palsies.... Please guide... [14/08 21:31] satyendra ojha sir:  Nervous System Disorders »  Neurological Disorders Headache What is a headache? A headache is pain or discomfort in the head or face area. Headaches vary greatly in terms of pain location, pain intensity, and how frequently they occur. As a result of this variation, several categories of headache have been created by the International Headache Society (IHS) to more precisely define specific types of headaches. What aches when you have a headache? There are several areas in the head that can hurt when you have a headache, including the following: a network of nerves that extends over the scalp certain nerves in the face, mouth, and throat muscles of the head blood vessels found along the surface and at the base of the brain (these contain delicate nerve fibe

WhatsApp Discussion Series:18- "Xanthelasma" An Ayurveda Perspective by Prof. Sanjay Lungare, Vd. Anupama Patra, Vd. Trivendra Sharma, Vd. Bharat Padhar & others

[20/06 15:57] Khyati Sood Vd.  KC:  white elevated patches on eyelid.......Age 35 yrs...no itching.... no burning.......... What could be the probable diagnosis and treatment according Ayurveda..? [20/06 16:07] J K Pandey Dr. Lukhnau:  Its tough to name it in ayu..it must fall pakshmgat rog or wartmgat rog.. bt I doubt any pothki aklinn vartm aur klinn vartm or any kafaj vydhi can be correlated to xanthelasma..coz it doesnt itch or pain.. So Shalakya experts may hav a say in ayurvedic dignosis of this [20/06 16:23] Gururaja Bose Dr:  It is xantholesma, some underline liver and cholesterol pathology will be there. [20/06 16:28] Sudhir Turi Dr. Nidan Mogha:  Its xantholesma.. [20/06 16:54] J K Pandey Dr. Lukhnau:  I think madam khyati has asked for ayur dignosis.. [20/06 16:55] J K Pandey Dr. Lukhnau:  Its xanthelasma due to cholestrolemia..bt here we r to diagnose iton ayurvedic principles [20/06 17:12] An

WhatsApp Discussion Series 47: 'Hem-garbh-pottali-ras'- Clinical Uses by Vd. M. Gopikrishnan, Vd. Upendra Dixit, Vd. Vivek Savant, Prof. Ranjit Nimbalkar, Prof. Hrishikesh Mhetre, Vd. Tapan Vaidya, Vd. Chandrakant Joshi and Others.

[11/1, 00:57] Tapan Vaidya:  Today morning I experienced a wonderful result in a gasping ILD pt. I, for the first time in my life used Hemgarbhpottali rasa. His pulse was 120 and O2 saturation 55! After Hemgarbhapottali administration within 10 minutes pulse came dwn to 108 and O2 saturation 89 !! I repeated the Matra in the noon with addition of Trailokyachintamani Rasa as advised by Panditji. Again O2 saturation went to 39 in evening. Third dose was given. This time O2  saturation did not responded. Just before few minutes after a futile CPR I hd to declare him dead. But the result with HGP was astonishing i must admit. [11/1, 06:13] Mayur Surana Dr.:  [11/1, 06:19] M gopikrishnan Dr.: [11/1, 06:22] Vd.Vivek savant:         Last 10 days i got very good result of hemgarbh matra in Aatyayik chikitsa. Regular pt due to Apathya sevan of 250 gm dadhi (freez) get attack asthmatic then get admitted after few days she adm

DIFFERENCES IN PATHOGENESIS OF PRAMEHA, ATISTHOOLA AND URUSTAMBHA MAINLY AS PER INVOLVEMENT OF MEDODHATU

Compiled  by Dr.Surendra A. Soni M.D.,PhD (KC) Associate Professor Dept. of Kaya-chikitsa Govt. Ayurveda College Vadodara Gujarat, India. Email: surendraasoni@gmail.com Mobile No. +91 9408441150

UNDERSTANDING THE DIFFERENTIATION OF RAKTAPITTA, AMLAPITTA & SHEETAPITTA

UNDERSTANDING OF RAKTAPITTA, AMLAPITTA  & SHEETAPITTA  AS PER  VARIOUS  CLASSICAL  ASPECTS MENTIONED  IN  AYURVEDA. Compiled  by Dr. Surendra A. Soni M.D.,PhD (KC) Associate Professor Head of the Department Dept. of Kaya-chikitsa Govt. Ayurveda College Vadodara Gujarat, India. Email: surendraasoni@gmail.com Mobile No. +91 9408441150

Case-presentation- Self-medication induced 'Urdhwaga-raktapitta'.

This is a c/o SELF MEDICATION INDUCED 'Urdhwaga Raktapitta'.  Patient had hyperlipidemia and he started to take the Ayurvedic herbs Ginger (Aardrak), Garlic (Rason) & Turmeric (Haridra) without expertise Ayurveda consultation. Patient got rid of hyperlipidemia but hemoptysis (Rakta-shtheevan) started that didn't respond to any modern drug. No abnormality has been detected in various laboratorical-investigations. Video recording on First visit in Govt. Ayu. Hospital, Pani-gate, Vadodara.   He was given treatment on line of  'Urdhwaga-rakta-pitta'.  On 5th day of treatment he was almost symptom free but consumed certain fast food and symptoms reoccurred but again in next five days he gets cured from hemoptysis (Rakta-shtheevan). Treatment given as per availability in OPD Dispensary at Govt. Ayurveda College hospital... 1.Sitopaladi Choorna-   6 gms SwarnmakshikBhasma-  125mg MuktashuktiBhasma-500mg   Giloy-sattva-                500 mg.  

Case-presentation: 'रेवती ग्रहबाधा चिकित्सा' (Ayu. Paediatric Management with ancient rarely used 'Grah-badha' Diagnostic Methodology) by Vd. Rajanikant Patel

[2/25, 6:47 PM] Vd Rajnikant Patel, Surat:  रेवती ग्रह पीड़ित बालक की आयुर्वेदिक चिकित्सा:- यह बच्चा 1 साल की आयु वाला और 3 किलोग्राम वजन वाला आयुर्वेदिक सारवार लेने हेतु आया जब आया तब उसका हीमोग्लोबिन सिर्फ 3 था और परिवार गरीब होने के कारण कोई चिकित्सा कराने में असमर्थ था तो किसीने कहा कि आयुर्वेद सारवार चालू करो और हमारे पास आया । मेने रेवती ग्रह का निदान किया और ग्रह चिकित्सा शुरू की।(सुश्रुत संहिता) चिकित्सा :- अग्निमंथ, वरुण, परिभद्र, हरिद्रा, करंज इनका सम भाग चूर्ण(कश्यप संहिता) लेके रोज क्वाथ बनाके पूरे शरीर पर 30 मिनिट तक सुबह शाम सिंचन ओर सिंचन करने के पश्चात Ulundhu tailam (यह SDM सिद्धा कंपनी का तेल है जिसमे प्रमुख द्रव्य उडद का तेल है)से सर्व शरीर अभ्यंग कराया ओर अभ्यंग के पश्चात वचा,निम्ब पत्र, सरसो,बिल्ली की विष्टा ओर घोड़े के विष्टा(भैषज्य रत्नावली) से सर्व शरीर मे धूप 10-15मिनिट सुबज शाम। माता को स्तन्य शुद्धि करने की लिए त्रिफला, त्रिकटु, पिप्पली, पाठा, यस्टिमधु, वचा, जम्बू फल, देवदारु ओर सरसो इनका समभाग चूर्ण मधु के साथ सुबह शाम (कश्यप संहिता) 15 दिन की चिकित्सा के वाद