[12/2, 11:19 PM] Dr. Vandana:
प्रणाम कायसंप्रदाय,
चरण वन्दन सर्वगुरूजन !
🙏
*case presentation*
*बंध्यत्व*,
*(primary infertility)*
30 वर्षीय रूग्णा, 4 वर्ष से विवाहित, नियमित रजोदर्शन, गर्भधारण न होना, अजीर्ण, आध्यमान, मानसिक उद्वेग, चिन्ता, शोक।
Past treatment --
had allopathic treatment from gynecologist for two years. Took hormones frequently. Menstrual cycle usually normal 4-5/28--35days. Menstrual cycle got irregular in between treatment.
Reports--
As done by gynecological allopathic treatment.
USG shows PCOD features. Ovulation study ..no ovulation even after HCG injections.
HSG-- Fallopian tubes both sided fully patent.
Harmonal test normal.
Husband's semen analysis normal.
*रोगी वृत्तांत*
*आयु*---30वर्ष
*प्रकृति*---वातजपित्तज
*आकृति*--चिन्ता,भय
*शरीर*--मध्यम
*कोष्ठ*---मध्यम
*अग्नि*-- विषम
*नाड़ी*---वातज
*दोष*---प्रधानत वात, (प्राण, समान वात,अपान वात), पाचक पित्त, कफ।
*दूष्य*--रस, रक्त, धात्वाग्नियां।
*उपधातु दुष्य*--आर्तव
*स्रोतस*---रसवह, रक्तवह, आर्तववह
*उद्भव स्थान*-- उदर(कुक्षि/पक्वाशय/गर्भाशय), मानस
*स्रोतस दुष्टि*---संग (अवरोध)
*निदान*----
आहार --
अत्यधिक उपवास (intermittent fasting for weight loss), उसके बाद कटु, तीक्ष्ण, अम्ल, अभिष्यन्दि, संयोग विरूद्ध आहार दुग्ध फलों के साथ।
*विहार*--
अतिव्यायाम, वेगावरोध, रात्रि जागरण, (working in Corporate sector), मानसिक तनाव
*सम्प्राप्ति*----
*मिथ्याचारणे ताः स्त्रीणां प्रदुष्टेनार्त्तवेन च*
*जायन्ते बीजदोषाश्च दैवाश्च श्रृणु ताः पृथक्*
*चरकयोनिव्यापदचिकित्सा ३०*
मिथ्या आहार, विहार द्वारा प्रकुपित वात, पित जठराग्नि को विषम कर आगे धात्वाग्नियों को क्षीण कर रसादि धातुओ का असम्यक पाक कर आम रस की उत्पति करता है। रस की उपधातु आर्तव की दुष्टि होती है। अपक्व रस धातु व संग दुष्टि से उत्तरोत्तर धातुक्षय व बीजग्रन्थियों से बीज का निष्कासन नहीं होता।
*वृथा पुष्पं तु या नारी यथाकालं प्रपश्यति*
*स्थूल लोमाशगण्डा वा पुष्पध्नी साऽपि रेवती*
*काश्यप संहिता*
काश्यप आचार्य के अनुसार पुष्पघ्नी, ग्रसित स्त्रियों में प्रतिमाह रजोदर्शन तो होता है किन्तु वह व्यर्थ बीजरहित (anovulatory) होता है। ऐसी स्त्रियों में जांघ, उदर स्थल स्थूल व रोमयुक्त होते हैं। PCOD से इसका समांजस्य किया जा सकता है।
*चिकित्सा सूत्र*---
निदान परिवर्जन, शोधन, वातानुलोमन, वातशामक, लेखन, शमन व गर्भाशय बल्य चिकित्सा।
*चिकित्सा*---
1---प्रथम शोधन 15 दिन
1--चित्रकादि वटी
1-×-1
2--आरोग्यवर्धनी वटी
2-×-2
3--नित्यानंद रस
1-×-1
4--ऐरण्डभृष्ट हरीतकी
सांयकाल उष्णोदक से।
5---फलघृत 5ml melted प्रातःकाल।
6-- कुमार्यासव
पंचकर्म में कटिप्रदेश में स्नेहन, मृदुस्वेदन और योनिप्रक्षालन, दशमूल क्वाथ व स्फटिक भस्म से।
नस्य
2---शमन चिकित्सा
1-स्त्रीव्याधिहर रस, कुमार्यासव के साथ।
1---1
2- चंद्रप्रभा वटी
2---2
3--गोमूत्र हरीतकी
1--1
4---शतावरी क्षीर पाक
5----पुत्रजीवक चूर्ण 3gm + शतावरी 1gm+ दारूहरिद्रा 1 gm + अश्वगंधा चूर्ण 1gm = क्वाथ बनाकर दिन में एक बार
6-- फलघृत
युक्ति अनुसार बीच बीच मे नष्ट पुष्पान्तक रस, स्त्रीव्याधिहर की जगह दिया गया।
*पथ्य --अपथ्य*
मधुर, शीत, बल्य, क्षीर बाहुल्य, चुकन्दर, seasonal vegetables, चना और सब्जियो का सूप।
Stop bakery products and spicy food, cold drinks.
विहार---
Moderate exercise (शरीरस्य अर्ध बलं व्यायामं), meditation, good sleep, yoga, सेतुबंध आसन, पश्चिमोत्तान आसन, जानुशीर्षासन, मण्डूकासन।
3 माह में आर्तव दर्शन सामान्य बिना किसी उपद्रव के आए। फिर अनार्तव हुआ और urine for pregnancy test positive आया।
USG और ovulation study हमारे पास आने से पहले की है । हमने कोई investigation नही करवाई, आवश्यकता नही लगी। रूग्णा पहले ही एक पूरी फाईल लेकर आई थी।
धन्यवाद गुरूजन। 🙏
Before ayurvedic treatment
Ovulation study after taking injection HCG
[12/3, 3:16 AM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश:
Uttam madam nice results madam 👍👍🙏🙏🌺🙏🙏
[12/3, 4:59 AM] Dr.Deepika:
The best hai mam 🙏🙏💐💐
[12/3, 5:00 AM] Vd. V. B. Pandey Basti(U. P. ):
🙏
[12/3, 5:18 AM] Dr Mansukh R Mangukiya Gujarat:
🙏 Madam
Thanks for excellent encouraging presentation
💐💐💐
[12/3, 5:30 AM] Vd. Divyesh Desai Surat:
💐💐Great
Revision of Puspghni yonivyapad with your powerful case presentation👌🏽 Good Morning to all of Gurujanon
[12/3, 7:21 AM] Vd. V. B. Pandey Basti(U. P. ):
आप को पुनः धन्यवाद। लगभग पूरा अध्याय समझ में आ गया।🙏
[12/3, 9:20 AM] Dr. Namrata Ladani:
well done ma'am..🙏🏻🙏🏻 Thank you for sharing clear samprati with its vighatan...💐💐
[12/3, 9:25 AM] Prof. Giriraj Sharma:
सुप्रभातम
सादर नमस्कार,
उदभव स्थान में आपने उदर और मानसिक लिखा है ।
उदर से सर्व उदरगत अंग प्रत्यंग (abdominal organs)ग्रहण करे या उदर (Anterior posterior wall of abdomen).
🙏🏻🙏🏻💐🙏🏻🙏🏻
[12/3, 10:28 AM] Dr. Savita Mittal:
Very good Mam. Do share in future too such successful cases.
[12/3, 11:48 AM] Dr. Vandana Vats:
नमस्कार गुरूवर 🙏
हमे व्याधि की उत्पत्ति मे स्थान कोष्ट, पाचन तंत्र व मानसिक चिन्ता, भय उद्वेग आदि लगे। शायद हमारे रूग्ण वृतांत लिखने में कुछ त्रुटि हो, कृप्या आचार्य आप मार्ग दर्शन करें, इसे केसै लिखा व समझा जाए
Prof. Giriraj Sir !🙏
[12/3, 12:22 PM] Dr. Vandana Vats:
PCOD, cases में हमे कई प्रकार के रूग्ण, संप्राप्ति, सफल चिकित्सा और बहुत बार असफलता भी मिलती है। चिकित्सा समय मे भी बहुत भिन्नता दृष्टिगोचर है। कई बार withdrawal bleeding के लिए भी hormone एक या दो cycle में देना पड़ता है अगर मूली बीज या रजः प्रवर्तनी से न आए। पर patient को confidence में लेकर अगले माह से आर्तव चक्र अनुसार चिकित्सा शुरू कर दी जाती है। चंद्र प्रभा वटी पर स्त्रीव्याधियों मे हमे पूर्ण विश्वास है। यह हारमोनल बेलेसिंग के साथ साथ रसायन, गर्भाशय बल्य व शोधक है।
15-16, बर्ष पूर्व एक Delhi based gynecologist, स्वयं pcod and infertility होने पर यह admit किया कि harmones के अलावा allopathic treatment nahi है, आप आयुर्वेदिक दे। ईश्वर की कृपा से वो मात्र 2 माह मे ही गर्भवती हो गई। हम स्वयं आचम्भित हुए। अब data /reports, नही है, वरना share करते।
अभी भी इस topic, pcod पर अध्ययन जारी है।
🙏
[12/3, 12:45 PM] Dr. Savita Mittal:
जी मेम बिलकुल ठीक कहा आपने वैसे भी है थोड़ा बहुत अगर आर्रतव दुष्टी है तो हम दो चार महीने में ही कर लेते हैं लेकिन जब कभी amenorrhea ये छः महीने या एक साल तक का होता है तब उसको ठीक करने में काफ़ी परेशानी होती है.even मैंने तो विरेचन भी करके देखा है शास्त्रों के अनुसार, फिर भी कभी कभी सफलता नहीं मिलती ऐसी कंडिशन में मानस मित्र वटिका या brahmi वटी देने पर और साथ में वात अनुलोमन करने पर भी लाभ मिलता नज़र आता है🙏🏼
[12/3, 1:32 PM] Vd. V. B. Pandey Basti(U. P. ):
🙏P.C.O.D tt.protcol जो मेरा अनुभव अनुसार मुझे फलित हुआ है 1कंचनार गुग्गुल 2आरोगय वर्धनी 3।सप्त सारम कषाय 15ml bd 4 कुमारयसाव 16ml bd.अभी तक ज्यादा तो नहीं पर जितना भी सभी को लाभ । संयोग से सभी लडकियां ही थी शादी नहीं हुई थी।
[12/3, 1:42 PM] Dr.Deepika:
नमस्कार vandana mam, कभी कभी pcod में दो तरह की रोगी आती हैं, एक वो जो स्थूल हैं
एक वो जो काफी पतली हैं फिर भी pcod आया
कुछ ऐसी जिनको menses ३ या ४month ke gap se aate हैं
कुछ को bleeding jyada और month mein do baar भी होती है।
इन सब टाइप की patients mein kya hume kaise चिकित्सा सूत्र बनाना चाहिए ?
थोड़ा डिटेल बताईए mam🙏🙏
[12/3, 1:43 PM] Dr.Deepika:
थोड़ा endometriosis ko bhi समझना है ?🙏
[12/3, 2:01 PM] Dr Sanjay Dubey:
...संबृहणम् तस्य कृशस्य कार्यं ,
संशोधनस्य दोषबलाधिकस्य |
प्रमेह का यह चिकित्सा सूत्र क्या PCOD पर भी लग सकता है |🙏
[12/3, 3:23 PM] Dr. Pawan Madan:
Very good. Nice management.
How much was the weight of the patient first time?
Did she lose some weight at the end?
Also what is strivyadhihar rasayan, heard first time?
अनार्तव के लिये हमे हेतु विपरित चिकित्सा की आबश्यक्ता होती है।
हेतू सामान्यत: पिछले कई वर्षों का इतिबृत्त लेने से मिल सकते हैं।
[12/3, 3:31 PM] Dr. Pawan Madan:
If obesity....lekhan, medohar
If kaarshya....rasayan,
If pitta vridhi.....madhur ras, madhur vipaak, snigdh, sheet virya aushadhian.
[12/3, 5:50 PM] Dr. Savita Mittal:
yes sir. Many times pt conceives once she loose wt 👍🏻
[12/3, 6:33 PM] Dr. Vandana Vats :
दीपिका जी , हमारे पास आयुर्वेदिक उपचार के लिए मरीज सबसे बाद मे, जगह जगह हताश होकर व reports की पूर्ण पोथी लेकर आता है। हमारा ध्यान भी reports से ready made diagnosis पर चला जाता है। PCOD को diagnosis न मानकर हमे आतुर परीक्षा द्वारा आचार्य वर्णित 20 प्रकार के योनिव्यापद अन्तर्गत वर्गीकृत व सोचना चाहिए। चिकित्सा सूत्र उसी प्रकार बनेगा। सभी योनिव्यापद रोगों मे मूल दुष्टि वात की है जो कि अन्य दोषों को दूषित करती है। सर्वप्रथम वात की चिकित्सा अवश्य है।
सर्वप्रथम रूग्णा में हम संशोधन चिकित्सा शुरू करे जो कि शास्त्र विदित है, फिर इसी बीच संप्राप्ति बना शमन चिकित्सा निर्धारित करें।
*सर्वा व्यापन्नयोनिंतु कर्मभिवैमनादिभिः।*
*मृदुभिः पन्चभिर्नारीं स्निग्धस्विदामुपाचरेद्*
*च चि३०/४५*
*सर्वतः सुविशुद्धायाः शेषं कर्म विधीयते।*
*च चि३०/४६*
[12/3, 6:39 PM] Dr. Vandana Vats :
Thanks Pawan Sir.
Initial weight of patient was 78 kgs. She lost herself by intermittent fasting before visiting me. It was 65. But I am worried about this concept of intermittent fasting. Fasting for 16 hrs then having one meal...kuch bhi. Pizza, fast food, sweets etc upto fullness.
अब जठराग्नि की तो दुष्टि व क्रोध सर्वोपरि है। सबसे पहले उसका यही बन्द कर संशोधन किया।
🙏
स्त्रीव्याधिहर रस, धूतपापेश्वर का है। इसमें सूतिकाभरण रस (स्वर्ण युक्त), वातशामक, अग्निदीपक, लताकरंज बीज (त्रिदोषशामक, रक्तशोधक), शताह्वा बीज, (गर्भाशय उत्तेजक) कर्पासमूल, त्रिकटु लहसुन स्वरस है।
[12/3, 6:55 PM] Dr. Vandana Vats:
🙏
योनिव्यापद में सर्वप्रथम वात दुष्टि ही है। इसलिए वातनाशक चिकित्सा आवश्यक है।
*ना हि वातादृते योनिर्नारीणां संप्रदुष्यति*
*शमयित्वा तमन्यस्य कुर्याद्दोषस्य भेषजम्*
*च चि३०/११५*
[12/3, 6:56 PM] Dr. Vinod Sharma Ghaziabad:
प्रणाम वंदना जी ,
बहुत सही कहा आपने ---साधुवाद ।
वस्तुतः जब तक हम मूल सिद्धान्तों को समझ कर दोष, दूष्य, सम्प्राप्ति, अधिष्ठान, आदि को विचार कर रोग विनिश्चय नही करते तो परिणाम शंकित रहतें हैं ।
Modern Diagnosis पर पूर्ण विश्वास नही किया जा सकता । हमारा अपना निर्णय होना चाहिए । Tests just indicate but we have to clinically evaluate the condition , diagnosis should be Ayurvedic if we do Ayurvedic Treatment .🙏
[12/3, 7:02 PM] Dr. Vandana Vats :
नमस्कार सर
धन्यवाद 🙏
हमारा सौभाग्य है कि हम कायसंप्रदाय विद्वान परिषद से नित्य नया सीखकर व शास्त्र अध्ययन से आयुर्वेद विज्ञान का पालन कर रहे है अपनी चिकित्सा व्यवस्था में। सफलता असफ़लता तो ईश्वर के हाथ है, प्रयत्न हमारे है।
सभी गुरूवर का धन्यवाद 🙏
[12/3, 7:10 PM] Dr. Vandana Vats:
रजोदुष्टि (due to PCOD), पर हमने पहले एक case share किया था।
पुनः post कर रहे हैं।
[12/3, 7:10 PM] Dr. Vandana Vats :
नमस्कार काय संप्रदाय 🙏
Case presentation.
*रजोदुष्टि, बीजग्रन्थि शोथ*
---18 वर्षीय रुग्णा, अनियमित रजोदर्शन, आर्तव दर्शन 13 बर्ष की आयु से शुरू, अनियमित, 2 वर्ष से completely harmonal pills dependency. Harmonal pills ना लेने पर अनार्तव । स्थूलता, शरीर पर रोमोत्पत्ति।
रोगी परीक्षा -----
प्रकृति -- कफवातज
नाडी--- कफज
शरीर ---मेदस्वी (स्थूल) wt 68 kg.
हेतु ----मिथ्या आहार, विहार, अव्यायम, रात्रि जागरण (irregular eating habits, fast food, more sitting, studying at night,) मानसिक तनाव (study stress).
दोष --- प्रधानत वात और पित
प्राण वात (harmonal imbalance)
समान वात ( improper digestion)
अपान वात ( amenorrhea, menstrual irregularities )
दूष्य---- पाचकाग्नि, धात्वाग्नि, रस, रक्त, मास, मेद धातु
क्लेदक कफ
स्रोतस---- रसवह, रक्त वह, मेदवह
स्रोतोदुष्टि --- संग ( अवरोध)
सम्प्राप्ति--- मिथ्या, असमय आहार विहार द्वारा प्रकोपित वात पाचकाग्नि को क्षीण कर रस की विकृत स्वरूप आमरस की उत्पत्ति हुई।
यह आम रस स्रोतोअवरोध कर रस धातु की उपधातु आर्तव की दुष्टि करता है। अपक्व रस धातु और संग दुष्टि से उत्तरोत्तर धातु क्षय है।
चिकित्सा सूत्र----निदान परिवर्जन, शोधन, दीपन, पाचन, अनुलोमन, शमन ।
चिकित्सा ----
----पहले 10 दिन कुटकी 2gm , हरीतकी 3gm ..शाम को उष्ण जल से।
1) ----For first half,( proliferative phase,)
5-19 day.(ऋतुकाल)
चित्रकादि वटी 1bd
गोमूत्र हरीतकी 1bd
नित्यानंद रस 1bd
चंद्र प्रभा वटी 2 bd.
कुमार्यासव 2tablespoon with equal water twice
फल घृत 5ml with warm water.
पुनर्नवा, गोक्षुर, भारंगी, शतावरी, दारूहरिद्रा, 1gm each - once daily dose in form of kwath.
6 महीने के लिए, बीच मे युक्ति अनुसार कभी कभी नष्ट पुष्पान्तक रस भी दिया, चंद्र प्रभा वटी की जगह।
2----for second half ( luteal phase )
19th--28 day (ऋतुव्यतीत काल)and also in menstrual days( रजो काल)
रजप्रवर्तिनी वटी 2tds
चंद्र प्रभा वटी 1bd
Cap Amnoz 2tds
मूली, हरमल, गाजर बीज चूर्ण 2gm + टंकण भस्म, 250 mg bd with honey.
फलघृत / शतावरी घृत melted 5ml with warm water.
अशोकारिष्ट।
आहार विहार निषेध---
fast food, bakery products, spicy food, excessive sitting, improper sleeping habits.
Advised for more green, leafy seasonal vegetables. Soup, juices, 40 min cardio workout .
प्रथम 2 माह रजोदर्शन देर से हुआ (hormonal pills are stopped completely), पर फिर सामान्य हो गए। 6 माह चिकित्सा चली अब तकरीबन 4 माह से चिकित्सा बन्द है पर आर्तव दर्शन सामान्य चक्र मे हो रहा है।
Weight of patient--60kg now.
[12/3, 7:13 PM] Dr. Vandana Vats:
Marked reduction in the ovarian size and volume is seen, which are prominent before. Also sizes of cysts are reduced to half signifying them more functional and hopefully reduce more with normal cycle of menstruation. 🙏
[12/3, 7:54 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma:
*बहुत ही व्यवस्थित presentation और इस प्रकार के रोगों पर किस प्रकार आयुर्वेदीय सिद्धान्तों के अनुसार कार्य किया जाये एक व्यापक दृष्टिकोण अत्यन्त सराहनीय एवं प्रशंसनीय है डॉ वंदना जी 👏👍👌🌹*
*उस से भी बढ़कर जिस प्रकार आपने presentation के बाद विद्वता से निर्भीक हो कर शंकाओं का समाधान किया वह और भी प्रशंसनीय है... आज गर्व है आप पर 👍👍👍*
[12/3, 7:55 PM] Vd. Rameshwar Rao Mumbai:
Very good results respected madam 🙏
[12/3, 8:33 PM] Dr. Vandana Vats :
चरणवंदन गुरूवर 🙏
आपके आशीर्वाद वचनों से हम कृतज्ञ हुए। धन्यवाद गुरूवर निरन्तर मार्गदर्शन करने के लिए।
धन्योऽस्मि 🙏💐🙏
[12/3, 8:33 PM] Dr.Deepika:
जी vandana mam, bilkul sahi बताया आपने 🙏🙏i will try to make ayurvedic diagnosis, बहुत कुछ पुराने सीखे funde गलत हो रहे हैं, हर pcod वात कफ नहीं होती
मैने इसलिए तो लिखा है की आपने मेरी आंखे खोल दी 🙏🙏
[12/3, 10:44 PM] Vd. Arun Rathi Sir, Akola:
👍🏻👌🏻🌹🌹🌹
********************************************************************************************************************Above case presentation & follow-up discussion held in 'Kaysampraday (Discussion)' a Famous WhatsApp group of well known Vaidyas from all over the India. ********************************************************************************************************************
Presented by
Vaidya Vandna Vats
BAMS GOLD MEDALIST (KUK).
Mobile 09463423805.
Email : Svandana22@yahoo.in
Consultant Ayurvedic & Panchkarma Physicians.
Dr SR Vats Memorial Ayurvedic & Panchkarma Clinic,Patiala(PUNJAB).
**************************************
**************************************
**************************************
Compiled & Uploaded by
Vd. Rituraj Verma
B. A. M. S.
Shri Dadaji Ayurveda & Panchakarma Center,
Khandawa, M.P., India.
Mobile No.:-
+91 9669793990,
+91 9617617746
Edited by
Dr.Surendra A. Soni
M.D., PhD (KC)
Professor & Head
P. G. DEPT. OF KAYACHIKITSA
Govt. Akhandanand Ayurveda College
Ahmedabad, GUJARAT, India.
Email: surendraasoni@gmail.com
Very nice presentation mam thank you so much
ReplyDeleteVery nice presentation mam thank you so much
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