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Case-presentation: 'Aamvat(R.A.)' by Vaidya Subhash Sharma

[6/26, 00:52] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*case study - आमवात*

*30 वर्षीय रोगी, लक्षण - कदाचित भ्रम, शिर संधि शूल अग्नि दौर्बल्य, हस्त ऊरू जानु पाद संधि शूल शोथ, आनाह , ह्रद ग्रह, विबंध, प्रसेक और अरूचि*
*रोगी newly married था और प्रतिष्ठित आयुर्वेद परिवार से है पर उनके द्वारा लाभ ना मिलने के कारण एलौपैथिक में जाना पड़ा, अब tab predmet 16mg, tab etoshine, calcium, vit D, HCQS औषधियां चल रही थी, steroids के कारण रोगी मुख शोथ से भयभीत था और modern treatment छोड़ना चाहता था।*

*रोगी को आश्वासन दिया गया कि आप ठीक हो जायेंगे पर चिकित्सा 9 से लगभग 12 महीने चलेगी, कठिन पथ्य का पालन करना पड़ेगा, बीच में शूलाधिक्य होने पर कभी antiinflammatory ले सकते है पर पूरे चिकित्सा काल में उसका हल pyroflex lini. (Solumiks) external application से निकल गया।*

*सम्प्रप्ति घटक बने...*
*दोष - त्रिदोष वात कफ प्रधान*
*दूष्य - रस मांस अस्थि मज्जा स्नायु कंडरा*
*स्रोतस - रस अन्न उदक मांस अस्थि मज्जा*
*दुष्टि - संग विमार्गगमन*
*अग्नि - मंद जाठराग्नि - धात्वाग्नि*
*उद्भव स्थान - आमाश्य*
*अधिष्ठान - ह्रदय एवं संधि*
*अवस्था - चिरकालीन*

*चिकित्सा सूत्र - लंघन दीपन आमपाचन स्रोतो शोधन , कोष्ठ शोधन,पहले अपतर्पण फिर संतर्पण, वात शमन बृहंण, संधि बल्य आदि*

*steroids जो काफी समय से ले रहे हो या स्वंय ही ले कर खाते रहते है अथवा katoch sir अनुसार जिन्हे ओक सात्म्य है उन्हे मैं आरंभ से ही त्याग देता हूं, अगर अधिक समय ना हुआ हो तो steroids बंद कराने में 3 से 9 महीने भी कई बार लग जाते है ये उस पर निर्भर है कि कितनी मात्रा में और कितने समय से रोगी ले रहा है,इसकी मात्रा धीरे धीरे कम कर के बंद कर दी जाती है।*

*एरंड भृष्ट हरीतकी * कोष्ठ शोधक , वात शामक
*5 gm जीरक 10 gm शुंठि 500 जल में उबाल कर छान कर flask में भरना एवं गर्म ही थोड़ा थोड़ा कर पीना* दीपन - आम पाचन - वात शूल नाशक
*एक पोथी रसोन सिद्ध गो दुग्ध* वात कफ शामक - रसायन
*रास्ना पंचक क्वाथ ( रास्ना गुडूची एरंडमूल शुंठि देवदारू) * वात शामक पाचक अनुलोमन विबंध हर
*पथ्यादि चूर्ण - हरीतकी अजवाईन * अनुलोमन दीपन पाचन वात हर 
*संजीवनी वटी* पाचन वात कफशामक 
*माजून सुरंजान ( हमदर्द) * वात रोग हर
*वर्धमान पीपली योग में कच्ची हल्दी उबाल कर*
Steroids बंद करते समय ये योग, माजून सुरंजान, रसोन सिद्ध गौदुग्ध, पुनर्नवा चूर्ण, छुआरा ( dry dates)  और केसर सिद्ध गोदुग्ध, और भोजन मे सप्ताह में 3-4 बार संहजने की फली का प्रयोग बहुत लाभ देता है, यह संधियों में शोथ और शूलाधिक्य नही आने देता।
*सिंहनाद गूगल, महायोगराज, आमवातारि, वातगजांकुश, आरोग्य वर्धिनी, त्रयोदशांग गूगल का प्रयोग समय समय पर युक्ति अनुसार किया गया।*

*HB% app. 11 , RA FACTOR at border. को त्याग कर criteria of assessment ESR , CRP और लक्षणों को बनाया गया*

                      ESR.             CRP
25/1/2017.      73.               102
22/2/2017.      87.                55.40
14/4/2017.      30.                 20.7
9/6/2017.        19.                 10.1
26/10/2017     -                     11.9
21/12/17.          07.                  6

*कुल 11 माह चिकित्सा  चली,दिसंबर 2017 के बाद औषधि बंद कर दी गई थी, इसी महीने रोगी 6 महीने पश्चात नाड़ी दिखाने आया था, प्रसन्न था और बता रहा था कि बिना औषधि के भी अब वह पूर्ण स्वस्थ है।*

*देखें reports *
25 January 2017

22 January 2017

14 April 2017

9 June 2017

26 October 2017

21 December 2017


[6/26, 05:35] Anju Navle Dr. Puna: 

🙏🏻🙏🏻thank you sir.

[6/26, 06:57] Vd Monika Deep, Faridabad: 

Very nice .. thank you so much sir for sharing 
Sir we being North Indians , how the patient shd b suggested to take shobhanjan ki phali, in what form can it b taken , is it easy to take ?

Plz guide 🙏🏻

[6/26, 07:03] Dr Giriraj Sharma: 

सादर नमन आचार्य !
Steroids को  बन्द करके  अगर हम सारिवा का यहां प्रयोग करे ,  क्योकि सारिवा एक natural steroids है  हो सकता है रोगी को शीघ्र लाभ हो ,,,,,
ऐसे प्रयोगों से आपसे ही उम्मीद है ।।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻

[6/26, 07:17] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai: 

Pranam Subhash sir !
wonderful case plan. May I dare to say something
In the same lines I advice sahinjan fali ka soup with Garlic, sunthi and marich as an appetizers before each meal (30 to 40 minutes)
Remembering Prof Gurdipsingh sir invariably add Ashwagandha to the prescription which works duality as an anti-inflammatory agent and reduces the stress. It is also an excellent immunomodulator which has a definitive role in such a case.

Of course every vaidya has his own set of experience, so with all the respect to sirji "s experience and knowledge dared to say something. Please forgive me if I have made a mistake.

[6/26, 08:07] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*सर्दियों में इसके फूल local veg. Market में मिलते है उसकी सब्जी बनाई जाती है और बाकी समय mix veg एवं किसी भी दाल या सब्जी में इसे काट कर डाल दिया जाता है, यह पूरी खाई नही जा सकती इसे chew कर फेंक देते हैं, south indian सांबर में तो इसका प्रयोग होता ही है, वात रोगों में आहार के रूप में परम वात शामक है*!

Monika ji
🙏🙏🙏🙏

[6/26, 08:11] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*प्रणाम सर, उत्तम सुझाव है, आज ही डॉ आर के शर्मा चुलैट सर से बात कर 5-7 kg इसकी घन वटी बनाने के लिये कहता हूं, इसके results से भी भविष्य में update कराता रहूंगा*

Giriraj ji !
🙏🙏🙏🙏🙏

[6/26, 08:30] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*संजय जी प्रणाम, संहजने की फली रसोन शुंठी और मरिच का सूप best combination है और पीने में भी easy , आगे से इसे भी चिकित्सा में जोड़ कर जरूर चलूंगा,वात रोगों के लिये अश्वगंधा की घनवटी रखता हूं पर बिना उसके ही आराम आता चला गया था।*

*आप हम तो विदेश में साथ रहे 25 वर्ष पुराने साथी हैं और नाड़ी पर जो आपने परिश्रम किया, पुस्तक लिखी और मुझे दी थी तो कई महीने तक वो मेरी table पर रहती थी और मैं रोगियों को दिखाता था कि यह मेरे  मित्र का लिखा नाड़ी ग्रन्थ है ...ultimate।*

*स्नेह सदैव एसे ही बनाये रखे*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏

[6/26, 08:33] Dr. Venkat Joshi UK: 

शोभांजन अब सारे यूके ओर यूरोप मे सुप्रसिद्ध सूपर फुड के नाम से...जाना जाता है! यहातक की पोस्टनेटल....चिकित्सा मे...बाह्याभ्यंतर....इस्का प्रयोग रक्तशाली....के साथ हम करते है !

[6/26, 08:35] Dr. Venkat Joshi UK: 

कई लोग इसका बीज सूखा...और पत्ते का चाय भी यहाँ लेते है !

[6/26, 08:36] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*पिछले दिनो यूरोप में था तो सभी indian, asian stores और super markets सब जगह था, सही कहा आपने* !

[6/26, 08:36] Dr. Venkat Joshi UK: 

मगर श्रीलंका वा एसियन दुकानपर
फ़्रेश ....

[6/26, 08:36] Dr. Venkat Joshi UK: 🙏🏼

[6/26, 08:43] pawan madan Dr: 

Wonderful sir..
Thanks a lot.
Need ur guidance ...
...I have seen many patients of Aamavaat in which they are in such a state that the they have surpassed the aama avasthaa a way long back so I assume that there is no need of doing aama paachana and I follow this and getting results.
Was this case of early Aamvaata in which aamapaachan was needed ?

All these regimens I believe must have been used at different times based on the condition of the pt.

Thanks for sharing sir...🙏

[6/26, 08:43] pawan madan Dr: 🙏🙏🙏

[6/26, 08:54] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*इस रोगी को लगभग एक वर्ष पहले ही यह रोग हुआ था और देखने मात्र से ही आप भी कह देते कि यह आमवात रोगी है, आमवात रोगियों को आमपाचन हेतु आहार या औषधि कल्पना मैं निरंतर चालू ही रखता हूं क्योंकि उनका अधिक भ्रमण, व्यायाम हो नही पाता और भयभीत रहने के कारण कि मैं ठीक हो सकूंगा या नही, मैं सब कुछ सेवन कर सकूंगा या नही, औषधि कब तक चलेगी आदि मानसिक कारण भी आम दोष उत्पन्न करते है।*

[6/26, 08:55] pawan madan Dr: 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

[6/26, 08:57] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 

*अलग अलग समय पर युक्ति अनुसार योगों का प्रयोग किया गया जैसे उष्ण ऋतु temp. Above 40 degree में मैं पिपप्ली कल्प, छुआरा या रसोन सिद्ध दुग्ध का प्रयोग नही कराता।*

[6/26, 08:58] pawan madan Dr: Ji....🙏🏻🙏🏻🙏🏻

[6/26, 10:30] Dr Pratibha P Mahesh: 

🙏🏻🙏🏻thank u very much sir for sharing clinical case.

[6/26, 10:48] Dr Sunil Jain: 

Thanks for sharing ur expert line of treatment in detail 
So that I as learner can understand and follow 
🙏

[6/26, 10:55] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai: Badi meharbani aapki, Subhash Sir !

[6/26, 11:18] Dr Sunil Jain: Very true

[6/26, 17:04] Dr Rupinder Kaur: 

Thanks very much sir !

Still waiting how to know Prakriti of patient ?

[6/26, 18:09] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai: 

Drumsticks 2 cut into 1 inch pieces and garlic 5to6 cloves crushed, ginger as per taste boil in half liter water reduce to 250 ml nicely crush all ingredients and add salt and pepper to taste, pour some ghee about 1 tsf, if you like coriander and pudina garnish it, drink hot.

[6/26, 18:17] Dr. R S. Soni, Delhi: 👏🏻👏🏻👏🏻💐💐🙏🙏





************************************************************

Above case presentation & discussion held in 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp group  of  well known Vaidyas from all over the India. 




Presented by
Vaidyaraj Subhash Sharma
MD (Kaya-chikitsa)
New Delhi, India
M: +91 9811122501



















Compiled & edited by


Dr.Surendra A. Soni
M.D., PhD (KC)
Associate Professor
Dept. of Kaya-chikitsa
Govt. Ayurveda College
Vadodara Gujarat, India.
Email: surendraasoni@gmail.com
Mobile No. +91 9408441150



















Comments

  1. This comment has been removed by the author.

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  2. Sir, Thank you for sharing this case .
    Sir, We have seen that yapan basti is also very effective in Aamavaat chikitsa. But it should be planned only after deepan and amapaachan.

    ReplyDelete
  3. Sir add me in your group plz
    Dr gagan agarwal bams Lucknow
    9305264518

    ReplyDelete
  4. Plz add me in your group 8530642601

    ReplyDelete
  5. Plz add me in your group 9414245837

    ReplyDelete
  6. Good case presentation, drugs used in this case are aam pachan, sothaghn, vaidana shamak and balya, this is the very good protocol for aamvata. Without aampachan you should didn't achieve the desired result. Once again thanks to Dr.subhash Sharma and also to dr.surendra soni for good compilation and editing.

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