Case-presentation: 'रेवती ग्रहबाधा चिकित्सा' (Ayu. Paediatric Management with ancient rarely used 'Grah-badha' Diagnostic Methodology) by Vd. Rajanikant Patel
[2/25, 6:47 PM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
रेवती ग्रह पीड़ित बालक की आयुर्वेदिक चिकित्सा:-
यह बच्चा 1 साल की आयु वाला और 3 किलोग्राम वजन वाला आयुर्वेदिक सारवार लेने हेतु आया जब आया तब उसका हीमोग्लोबिन सिर्फ 3 था और परिवार गरीब होने के कारण कोई चिकित्सा कराने में असमर्थ था तो किसीने कहा कि आयुर्वेद सारवार चालू करो और हमारे पास आया ।
मेने रेवती ग्रह का निदान किया और ग्रह चिकित्सा शुरू की।(सुश्रुत संहिता)
चिकित्सा :-
अग्निमंथ, वरुण, परिभद्र, हरिद्रा, करंज इनका सम भाग चूर्ण(कश्यप संहिता) लेके रोज क्वाथ बनाके पूरे शरीर पर 30 मिनिट तक सुबह शाम सिंचन ओर सिंचन करने के पश्चात Ulundhu tailam (यह SDM सिद्धा कंपनी का तेल है जिसमे प्रमुख द्रव्य उडद का तेल है)से सर्व शरीर अभ्यंग कराया ओर अभ्यंग के पश्चात वचा,निम्ब पत्र, सरसो,बिल्ली की विष्टा ओर घोड़े के विष्टा(भैषज्य रत्नावली) से सर्व शरीर मे धूप 10-15मिनिट सुबज शाम।
माता को स्तन्य शुद्धि करने की लिए त्रिफला, त्रिकटु, पिप्पली, पाठा, यस्टिमधु, वचा, जम्बू फल, देवदारु ओर सरसो इनका समभाग चूर्ण मधु के साथ सुबह शाम (कश्यप संहिता)
15 दिन की चिकित्सा के वाद बच्चे का हीमोग्लोबिन आज 3 से 5.5 हो गया और शरीर में जो श्याव एव पाण्डु वर्ण था वो धीरे धीरे सामान्य हो रहा है.ओर बच्चा अब पूरी तरीके के active है ओर बच्चे का वजन 3 kg से बढ़कर आज 3.9 kg हुआ ओर चिकित्सा से पहले दिन में मुश्किल से 2-3 बार स्तनपान करता था जोकि अब 7-8 बार करने लगा है।
आगे समय समय पे इस केस का परिणाम शेर करता रहूंगा।
[2/25, 6:52 PM] Dr. Surendra A. Soni:
अद्भुत चिकित्सा डॉ रजनीकान्त जी ।
वास्तव में प्रथम बार किसी को ग्रह बाधा निदान करते हुए देखा है ।
इस पर विस्तार का निवेदन है ।
🙏🏻🌹
[2/25, 6:56 PM] Dr. Pawan Madan:
Waaah kyaa baat hai !
[2/25, 6:58 PM] Dr. Bhadresh Naik Gujarat:
Incredible results sir
Different concepts to think grah aspects
[2/25, 6:59 PM] Dr. Pawan Madan:
ये सारवार का क्या अर्थ है?
[2/25, 6:59 PM] Dr. D. C. Katoch sir:
🕺🏻🕺🏻 यह है विशुद्ध आयुर्वेद, जय हो ।🤟🏼🤟🏼
[2/25, 7:01 PM] Dr. Surendra A. Soni:
Yes
Revival of grah badha chikitsa in Ayu. Kaumarbhritya subject is need of time.
A lot of miracle is possible in KB.
🙏🏻🌹
[2/25, 7:02 PM] Dr. D. C. Katoch sir:
Not lot of miracle but real Chikitsa phal is possible. 🤓
[2/25, 7:12 PM] Prof. Lakshmikant Dwivedi Sir:
Mahamasha tail (samish/ niramish) jo uplabdh ho , Impl mohan ka CGHS hospital me supply hai.
[2/25, 7:15 PM] Dr Mansukh R Mangukiya Gujarat:
👌👌👌💐💐💐
बहुत सुंदर
[2/25, 7:19 PM] Dr.Kaustubh badave:
गुरुवर्य बहुत सुंदर 🙏🏻🙏🏻👌🏻
[2/25, 7:23 PM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
Intresting to note that this child didn't received any oral medicine... Only external and choorna for mother🙏
[2/25, 7:23 PM] Vd. AAkash changole, Amravati:
अद्भुत
[2/25, 7:29 PM] Dr Rekha:
👌🏻👏🏻 अद्भुत
[2/25, 7:31 PM] Dr. Ramakant Sharma Jaipur:
अभिनंदन
आश्चर्य पर आश्चर्य कारक अच्छी चिकित्सा कर रहे है आप
राधे रानी आप पर अपनी कृपा बनाए रखे 🎉
[2/25, 7:33 PM] Dr. Vandana Vats Madam Canada:
👌🙏👏
[2/25, 7:34 PM] Vaidya Vivek Sawant Pune:
👌🏻👌🏻 पहली बार ग्रह बाधा से चिकित्सा .......
[2/25, 8:04 PM] वैद्य ऋतुराज वर्मा:
कोटि कोटि शुभकामनाएं सर जी
इसी पर बात हुई थी आपसे ग्रह चिकित्सा के साथ स्तन्य शोधन
उत्तम उत्तम जय हो 🙏🙏🙏🙏
[2/25, 8:05 PM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
🙏🙏🙏
[2/25, 8:06 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma:
*हार्दिक अभिनंदन रजनीकान्त जी 👍👌🌹👏*
[2/25, 8:27 PM] Dr. Vinod Mittar Dehli:
🙏🙏Good vision & nice treatment, you r extraordinary sir
[2/25, 8:29 PM] Vd. Atul J. Kale:
Really great. Your faith, your devotion.... no words....
Its always difficult to diagnose like these diseases. It shows that we should not think on the basis of ayurallopathy correlation. If we treat patients purely on Ayurved basis it definitely gives positive results.
[2/25, 8:35 PM] Dr. Radheshyam Soni Delhi:
बहुत खूब👏👏🌹
आज के युग मे ग्रह बाधा निदान और तदनुरूप चिकित्सा विरल ही है।👌👌
[2/25, 8:49 PM] Vaidya Shrikrishna Khandel Sir:
Excellent Rajnikant
This is an extraordinary case for diagnosis and treatment both aspects proud of you
We learned many aspects
[2/25, 8:53 PM] Vd.Sujata Choudhary:
🙏🙏
[2/25, 8:56 PM] Dr. BK Mishra:
👍🏼Great Job
Great Achievement🌹🌹🌹
[2/25, 8:58 PM] Vd Ashutosh R Pandya Gujarat:
Great Sir 🙏🙏🙏
[2/25, 9:14 PM] Vd. Divyesh Desai Surat:
💐💐🌺🌺डॉ रजनीकांत हमारे सूरत ग्रुप का हीरो है...
उनका सौचने का अंदाज जरा हटके है, ऐसे बच्चे को ट्रीट किया है पर निदान ऐसे नहीं किया, या तो पांडु/ अस्थिक्षय/ ?PEM / ऐसा होता है,
रजनी जी की चिकित्सा से जो बात सामने आई
उन्होंने जो MOTHER को स्तन्य दृष्टि की चिकित्सा की... आज तक गन्ने के खेत मजूर के सिवा की किसी ने स्तन्य दृष्टि की वजह से बच्चे को कोई तकलीफ है ,ऐसा किसी ने नहीं पूछा..
बच्चे की क्षीर अन्नाद अवस्था मे दोनों को ट्रीटमेंट देनी चाहिए,
दूसरा उनकी ये चिकित्सा में बच्चे को कुछ भी ओरली न देने के बावजूद इनका HB ओर वजन बढ़ा.
रजनी जी ने दैवव्यापाश्रय के रूप में क्या दिया?
उनको EXTERNAL चिकित्सा पे सटीक विश्वास है, उन्होंने MUCORMYCOSIS में भी धुपन का प्रयोग करके बेहतर रिजल्ट प्राप्त किए है, इस केस में भी परिसेचन, अभ्यंग, धुपन से जो रिजल्ट प्राप्त किया है, अभी तक हम सूरत वालोंको पहले देखने भी नही मिला, अब हमें रजनीकांत से ये सीखने को मिलता है, ये हमारा सौभाग्य है ..
दूसरा रजनीकांत सर का कहना था कि अभी इतने पेड़ कट रहे है कि हमे काष्ठ औषधि मिलनी मुश्किल होगी, तो हम क्यों न हमारे रस शास्त्र पर विश्वास करके रसौषधि का प्रयोग करे?
तो इनकी ये सौच mucormycosis के पहले की थी, और उन्होंने खुद रसौषधि की परख करके अपनी खुद की प्रैक्टिस में use किया है...
👍👍 Salute to our own Surat's
*GOLDEN* *STAR*💐💐💐
[2/25, 9:15 PM] Vd. Divyesh Desai Surat:
💐💐Great, Rajnikant, Do you give any allopathic medicines with above-mentioned Rx ? I have treated this type of patients ,but diagnosis are not like this Grah badha ,either Asthikshay / Paandu / etc...
Bonetone powder and Syp Calcitone
(It's contain ayurvedic iron and calcium preparation) with krumikuthar ras and Balraxak gutika...
Chandan Bala Laxaadi oil for snehan...
Morning Sun bath also advised...
After all pt's benefit are important for all of us...
Once again congratulations to Dr. Rajni💐💐🌺🌺
[2/25, 9:18 PM] Dr. Bhavesh R. Modh Kutch:
👍😊💐💐💐
[2/25, 9:19 PM] Vd. Rameshwar Rao Mumbai:
Great Rajnikant sir !
There is distinct change in the crying of baby
[2/25, 9:19 PM] Dr. Sadhana Babel:
It's great
congratulations
[2/25, 9:41 PM] Dr. Ravi Kant Prajapati:
👏👏👌🙏🙏🌹wonderful diagnosis and Tt. Sir 💐
[2/25, 9:45 PM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
There a complete change in that specific Lakshana☺️
Also observe tone of abdominal muscles
[2/25, 9:51 PM] Vd Raghuram Y. S, Banguluru:
Bravo Rajni...So proud of you, अद्भुत ❤️❤️😍💐
Love you...keep going...keep inspiring...the right torch bearer in all terms..
[2/25, 9:54 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश:
बहुत ही उत्तम डा रजनीकांत जी,
एक सवाल, आप के मन में एक दम कैसे आया कि, यह बालक, रेवती ग्रह से पीड़ित है,
इसमें रोग के बारे में भी सोच सकते थे,
कृपा इस पर अपना मार्ग दर्शन कीजिए गा,
सादर आभार आप को🙏🙏🌺🙏🙏
[2/25, 9:59 PM] Vd. Mohan Lal Jaiswal:
ऊँ अष्टांग आयुर्वेद का अंग ग्रह चिकित्सा का मूर्त रुप
जो का.हि.विश्वविद्यालय मे ं प्रारम्भ करने की प्रक्रिया चल रही है।
धन्यवाद आप को
[2/25, 10:00 PM] Vd. Yashpalsinh A. Jadeja Gujarat:
Great sir 👌🏼👌🏼👏🏻👏🏻👏🏻
[2/25, 10:04 PM] Dr. M B Gururaja:
Great outcome, excellent ...👍🏻👌🏻🙏🏻💐☀️
[2/25, 10:34 PM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
यह पहला केस नही है जिसमे हमने पूरे अलग तरीक़े से निदान किया हो।
एक साल पहले लोकड़ाऊंन के वक्त एक बच्चा आया था उनको शरीरमे गाल ब्लेडर की उत्पत्ति ही नही हुई थी और लिवर का भी सही से विकास नही हुआ था जिसके वजह से उसका वजन भी बेहद कम और पूरा शरीर पिला हो गया था और ऐलोपैथिक में बोला गया कि इसमें कुछ नही कर सकते ये कुछ ही दिन की आयु है इस बच्चे की तो हमने आयुर्वेद दवा चालू की,
हमने बच्चे को मसानुमासिक योग देना चालू किया और जो महीने में गर्भावस्था के दौरान जो अंग बनते है वो महीने का मसानुमासिक हमने शुरू किया और परिणाम भी मिला
यहां ऐसा सोचा कि मासानुमासिक योग जरूर गर्भावस्थमे उच्चकोटि के अंग बनने में मदद करता होगा। तो छोटे बच्चे में भी जन्म के बाद भी मदद कर सकता है
बालग्रह
भैषज्य रत्नावली में रावणकृत बालग्रह के बारे में अच्छे से वर्णन किया है जिसमे जन्मे के पहले दिन, पहले सप्ताह,पहले मास ओर पहले वर्ष से लेके इसी तरह जन्म के 12में दिन, 12 वे सप्ताह 12वे मास ओर 12में वर्ष में बच्चे को होने वाली कुछ व्याधि का वर्णन किया है जोकि बहुत रसप्रद है
कश्यप संहिता में दिए हुए बालग्रह ओर उनकी उत्पति की कहानी जिसमे पार्वती ओर कार्तिकेय के बारे में कहा गया है और उनको कैसे पहचाने ओर उसकी चिकित्सा।
यह रसप्रद होने से बार बार पढता रहता हूं
बात रही कि यह रुग्ण देखके ग्रह दोष की दृष्टि ही क्यों हुई और पाण्डु तथा अन्य बीमारी की दृष्टि क्यों नही ?
तो इसका उत्तर मेरे पास नही है बस रुग्ण आया ,देखा,ओर जो दिमाग मे दृष्टि आयी उससे चिकित्सा कार्य आरंभ किया
बालको में होने वाले रोगों में आजके समय मे बाल ग्रह के बारे में जरूर सोचना चाहिए क्योंकि कलियुग है और अधर्म का जमाना है।
गुरुजन कृपया मुझसे कुछ गलती हुई है तो प्रकाश डाले
[2/25, 10:37 PM] Dr. Satish Jaimini:
Vah patel ji👌🏻👌🏻
[2/25, 10:39 PM] Dr. Vinod Sharma Ghaziabad:
Bahut sundar .👏👏
[2/25, 10:40 PM] Dr. K.K.Upadhyay:
Very good.
💐👏💐
[2/25, 10:54 PM] Dr. Satish:
आपने आयुर्वेद के कौमार वृत अंग को पुनर्जीवित होने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
ऐसा सीधे आप को ग्रह का स्मरण हो रहा है तो यह प्रभु की कृपा आप को प्राप्त हैं।
Congratulation💐
[2/25, 10:56 PM] वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश:
धन्यवाद , नमोः नम : आचार्य श्री🙏🙏🌺🙏🙏
[2/25, 10:56 PM] Vd. V. B. Pandey Basti(U. P. ):
प्रभु कि कृपा तो सब पर बराबर है बस सोच का फर्क है।
[2/25, 10:58 PM] Dr. Pawan Madan:
वाह
बहुत बढिया स्पष्ट सच्चा प्रत्युत्तर !
[2/26, 12:08 AM] Dr. Ravi Nagpal:
Congrats Sir .You have opened new vistas in KB practice.🙏🙏👍🏻👍🏻
[2/26, 5:21 AM] Vaidya Sanjay P. Chhajed:
Absolutely new approach. I don't do paediatric practice. But I have never even heard making a graha a diagnosis.
Rajanikanth ji, what made you to reach such diagnosis, please explain in details
Even external avasechan, Dhoop dravya all are uncommon
[2/26, 6:19 AM] Dr. Shashi:
Great sir, one day you will change medical vision 👍👌🙏🌹one thing is very clear that if we can not give any scientific concept behind Ayurvedic concepts, we should follow these as such, it will definitely give good results.
Thanks
[2/26, 6:34 AM] Vd. Mohan Lal Jaiswal:
ऊँ
जाकी रही भावना जैसी,
प्रभु मुरति देखहिं तिन तैसी।
यह सब प्रभु कृपा हैप्राणियों के कल्याण के लिये।
जय हो
[2/26, 6:42 AM] Vaidya Sanjay P. Chhajed:
यही प्रज्ञा है। चरक इसी प्रज्ञा को उच्च मानते है
[2/26, 7:24 AM] Vd. V. B. Pandey Basti(U. P. ):
🙏very well explained and managed as well I think Mahamanjithyadi may be more effective than khadiraristha.
[2/26, 7:55 AM] Vd. Divyesh Desai Surat:
सुप्रभात, नाडीगुरु श्री संजय सर, क्या इसे ही
*प्रत्युत्पन्नमति* कह सकते है?
[2/26, 7:56 AM] Vd Mayur Kulkarni:
👍👍 मासानुमासिक कषाय organic development में लाभदायक होते है । महापैशाचिक घृत के फलश्रुती में बालानां च अड्ग वर्धनः ऐसा वर्णन है उसका भी विचार किया जा सकता है । सुश्रुत ने जो अवयवों की उत्पत्ती का वर्णन शारीरस्थान में किया है उसमें रक्त धातु का प्रमूख सहभाग अवयवों की उत्पत्ति मे दिखाई देता है । रक्त गामी रसायन द्रव्यों का उपयोग भी हो सकता है
[2/26, 8:30 AM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
🙏🙏✔️
[2/26, 8:31 AM] Dr Sanjay Dubey:
कौमारभृत्य में शास्त्रोक्त प्रैक्टिस.. 🙏👍🌷
[2/26, 8:42 AM] Prof. Lakshmikant Dwivedi Sir:
Baaltantra " namak book jodhpur pracyavidya pratishtan se prakashit huwa hai. mool matra.🙏😊
[2/26, 8:45 AM] Dr. Pavan mali Sir, Delhi:
Chyavanprash ke phalshruti me bhi - balanam cha angavardhanam ..varnan Kiya hai... 🙏🏻
[2/26, 8:46 AM] Dr. Pavan mali Sir, Delhi:
Very encouraging rajanikantaji 👍🏻👍🏻💐
[2/26, 8:55 AM] Vd Rajnikant Patel, Surat:
गुरुवर,
सिंचन ओर धुपन यह दो उपक्रम बालग्रह की सामान्य चिकित्सा है जो किसी भी प्रकार का बालग्रह में प्रयोज्य है
[2/26, 9:36 AM] Dr Arun Tiwari:
✅
आप बहुत अच्छा प्रयोग कर रहे हैं।👍🏻🌹🌹
एक माह से कम बालकों में जहाँ हमारे पास औषधियों के विकल्प कम हैं धूपन और माता को औषध देना श्रेष्ठ चिकित्सा है। मैंने 30 वर्ष पूर्व जब सिरोही राजस्थान में पोस्टिंग थी गांवों में ऐसे बालक बहुत आते थे। बहुत प्रयोग किये हैं। असाध्य से लगने वाले मोडर्न से रिजेक्टेड हमारे उपचार से ठीक हो जाते थे लेकिन डॉक्यूमेंट नहीं होने के कारण सिर्फ कहानियां ही रह गई हैं। काश्यप संहिता में उल्लिखित बहुत से धूपन और अन्य योगों का प्रयोग सफल प्रयोग किया है।इन पर अनुसंधान होना चाहिए।🌹🌹
*न चैव हि अस्ति सुतराम् आयुर्वेदस्य पारम्*
[2/26, 9:38 AM] वैद्य नरेश गर्ग:
Namskar sir. Please tell more about nidan as per ayurved .
[2/26, 9:43 AM] Dr.Amol kadu:
रक्तास्यो हरितमलोऽतिपाण्डुदेहः श्यावो वा ज्वरमुखपाकवेदनार्तः ।
रेवत्या व्यथिततनुश्च कर्णनासं मृद्नाति ध्रुवमभिपीडितः कुमारः ।।११।।
[2/26, 9:46 AM] Dr.Amol kadu:
👌👌bahut Sundar...doshanubandh dekhe to yah swatantra vataprokop pratit hota hai. Rewati Graha badha ke atirikta vatprakop ke kuchh Anya Karan mile
[2/26, 9:47 AM] Dr.Amol kadu:
Aapko
[2/26, 9:53 AM] Vd. Mohan Lal Jaiswal:
ऊँ मित्रवर धूपन के माध्यम से द्रव्य की कार्मुकता घृत के साथ कूई गुना बढ जाती है जैसे यज्ञ ।
नमस्ते जी,आप सुयोग्य गुरुदेव के सयोग्य सुपुत्र हैं।
धन्यवाद जी
[2/26, 9:55 AM] Vd. Mohan Lal Jaiswal:
सुयोग्य
[2/26, 9:59 AM] Dr Arun Tiwari:
आदरणीय 🙏🙏🌹🌹
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****************************************Above case presentation & follow up discussion held in 'Kaysampraday (Discussion)' a famius WhatsApp group of well known Vaidyas from all over the India.
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Presented by:-
Dr.Rajnikant Patel
B.A.M.S.
Consultant Ayurvedic Physician
Address:-
Ved Clinic & Ayurveda treatment centre
Ramkrupa society,
Near keval park society
Opp. SMC garden
Punagam BRTS junction
Punagam, Surat 395010
Gujarat, India.
Email: Kachhadiyarajnikant@gmail.com
Compiled & Uploaded by
Vd. Rituraj Verma
B. A. M. S.
Shri Dadaji Ayurveda & Panchakarma Center,
Khandawa, M.P., India.
Mobile No.:-
+91 9669793990,
+91 9617617746
Edited by
Dr.Surendra A. Soni
M.D., PhD (KC)
Professor & Head
P.G. Dept of Kayachikitsa
Govt. Akhandanand Ayurveda College
Ahmedabad, Gujarat, India.
Email: surendraasoni@gmail.com
Mobile No. +91 9408441150
Waah kya baat great sir 👌👍
ReplyDeleteGreat sir
ReplyDeleteGreat sir
ReplyDeleteAs usual great thinking and treatment..
ReplyDeleteVery nice informative post
ReplyDeleteReally great 👍
ReplyDeleteExcellent 👌👌....
ReplyDeletesir it's really great. please tell about सिंचन, धूपन कर्म,how to perform,drugs & indications,how to think & diagnosis of ग्रहाबधा details 🙏
ReplyDeleteExcellent thinking.....Many Congratulations Respected Sir....
ReplyDeleteDharan lepan sechan realy show good result
ReplyDeleteProud of ayurved and ..sirr..
ReplyDeleteAdbhut aur sabhi ke liye preranadayi hai hai nidan pranali, this is the beginning of new era of aayurveda
ReplyDelete👍👍 great sir
ReplyDeleteIt's wonderful Sir
ReplyDeleteSir pls tell sichan Dravya which are you used is mentioned or you used by own and how did they act
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DeleteClassical reference is there in kashyap sanhita about sinchan dravya
ReplyDeleteTy Guru G🙏
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