[1/3, 23:24] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*case presentation - शीतपित्त एवं उदर्द के विभिन्न रूप*
*12 वर्षीय बालक *
*लक्षण - पिछले 2 वर्ष से स्थानीय एवं कभी सर्व शरीरगत अकस्मात कंडू, कंडुता के साथ सूची वेधन स्थानिय पीड़ा एवं कंडू स्थान गत अक्षि मुख नेत्र औष्ठ हस्त पाद आदि स्थान गत शोथ एवं दाह से पीडि़त था, anti allergic, steroids, homeopathic, ayurvedic सभी प्रकार की चिकित्सा दी जा चुकी थी।*
*बालक tomatoe catchup, vineger युक्त fast food lover रह चुका है, परीक्षा के बाद सम्प्राप्ति घटक इस प्रकार बने ....*
*दोष - वात कफ एवं पित्तानुबंध*
*दूष्य - रस रक्त त्वक*
*स्रोतस - रस रक्तवाही*
*स्रोतोदुष्टि - विमार्गगमन*
*अग्नि - मंद कभी विषम *
*उद्भव स्थान -.आमाश्य एवं पक्वाश्य*
*व्याधि अधिष्ठान - त्वक*
*मार्ग - बाह्य*
*स्वभाव - आशुकारी और साध्य *
*चिकित्सा सूत्र - निदान परिवर्जन,शमन, बाह्य औषध प्रयोग*
*पंचतिक्त घृत 5 ml प्रात: 6 बजे,7 बजे उष्णोदक से हरिद्रा खंड 4-5 gm*
*आरोग्य वर्धिनी 2 गोली*
*पंचतिक्त घृत गूगल 1 गोली*
*गंधक रसायन 1 गोली*
*क्योंकि यह स्कूल जाता था अत: 10:30 am पतली कृशरा या नमकीन दलिया।*
*दोपहर 2:30 बजे लघु भोजन*
*सांय 5-6 pm फलत्रिकादि क्वाथ 4-5 gm खदिर छाल 3 gm क्वाथ विधि से पाक कर दिया*
*लघु आहार 7 pm- 8 pm दो घंटे पश्चात पुन: *
*हरिद्रा खंड 4-5 gm*
*आरोग्य वर्धिनी 2 गोली*
*पंचतिक्त घृत गूगल 1 गोली*
*गंधक रसायन 1 गोली दी गई*
*बाह्य प्रयोग के लिये सोने से पूर्व तुवरक
(चालमूंगरा तैल का अभ्यंग कराया।*
*पंचतिक्त घृत केवल पांच दिन दिया गया उसके बाद आवश्यकता नही पड़ी।जिस पीड़ा से यह 2 वर्ष से ग्रसित था आयुर्वेदानुसार यह routine चिकित्सा है जो केवल 4 सप्ताह दे कर बंद कर दी गई जिस से स्थायी लाभ मिला।*
[1/3, 23:25] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
[1/3, 23:33] Dr Ankur Sharma, Delhi:
Great
He had angioedema
But get dramatical
Response
[1/3, 23:33] Dr Ankur Sharma, Delhi: 👏👏👏
[1/4, 00:11] Dr Surendra A Soni:
नमो नमः आचार्यप्रवर !!
🙏🌹
[1/4, 00:35] Dr Sunil Jain:
Great job done 👍
[1/4, 00:42] Dr Vinod Mittar, Bhiwani: 🙏🙏💐🌹
[1/4, 02:04] Prof. Ramakant Chulet Sir:
अद्भुत,अभिनन्दनीय
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
[1/4, 05:19] Dr. D C Katoch sir:
आपकी चिकित्सा ने परम गुणान्तराधान कर दिया बालक के स्वरूप में - अति प्रशंसनीय 👏🏼💐
[1/4, 05:57] Dr Divyesh Desai:
👏🏽👏🏽well done sir,
सर, गॉंव में dry गोबर की भस्म (जलाकर राख) का use शीतपित्त, उदर्द में लगाने के लिए करते है..
[1/4, 06:08] Dr manish sura:
🙏 congratulations.
[1/4, 06:15] Dr Yogesh Gupta:
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹👏🏻👏🏻👏🏻
[1/4, 06:46] Dr Darshan Parmar MO Guj:
👏🏻👏🏻👌🏻👌🏻🙏🏻
[1/4, 06:46] Dr Darshan Parmar MO Guj: ✅
[1/4, 07:25] pawan madan Dr:
👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
💐💐💐💐💐
12 वर्षीय बालक के लिये पंचतीक्त घृत,खदिर क्वाथ अन्द फलतृकादी क्वाथ लेना एक बहुत ही कठिन बात है ये पृशन्स्नीया है के इस केस माए बालक ले पाया।
मेरा ये अनुभव रहा के गन्धक रसायन जिस भी शीतपीत्ता के केस में दी उसमे लक्षण बढे ही हैं पर अब मुज़ेअब ये दोबारा देखना होगा।
पुर्ण अपुनर्भव के लिये ऐसे केसस मे कृमि का ध्यान रख्ना वा उस की चिकित्सा करना मैने आवश्यक पाया है।
आपके इस बारे मे क्या विचार है ?
🙏🙏🙏
[1/4, 07:36] Dr. D C Katoch sir:
पहले शोधन फिर शमन चिकित्सा ही सफलता देती है उदर्द, शीतपित्त में अन्यथा विभिन्न औषधियों का येन केन प्रयोग करना hit & trial है।
[1/4, 07:43] Dr Ashwini Kumar Sood, Ambala:
Common ly found allergic disease but it's recurrent in nature solved nicely by Vaidya Subhas ji..
[1/4, 07:58] pawan madan Dr:
जी सर
अत्यंता उचित
पर उम्र को देखते हुये बालको मे मृदु विरेचन प्र्योगा कर्ता हूँ जिसके लिये अन्या औषधियों के साथ कृमिधातिनी चरन का उपयोग एक तरह से अनुलोमना एवं शमन दोनो कार्य करता है एवं बालको को इसे सेवन करने मे भी कष्ट नही होता।
🙏
[1/4, 07:58] Dr. Sharad Trivedi, Shimala: 👌👌
[1/4, 08:23] Dr Sameer Shinde:
Great... Sir
[1/4, 08:29] Dr Divyesh Desai:
जी सर, साहसे हि खलु प्रति वसति सः।।
साहस से ही सिद्धि प्राप्त होती है
बच्चों में जो लालास्त्राव रुकने से जुबान के नीचे cyst बनती है, इसमे शलाका से अग्निकर्म करने से ही अच्छे रिजल्ट प्राप्त होते है,
Cyst के आजूबाजू cotton रख के बाकी के भाग को बचाकर pin point अग्निकर्म करना पड़ता है,
बच्चों से जुठ बोलकर शलाका गर्म करनी पड़ती है, 1 ही बार मे ये सब करना होता है ......
[1/4, 08:45] Dr Pravin Soni Beawar: 💐💐
[1/4, 08:46] Dr Shashi Jindal, Chandigarh: 👌👌👍🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼💐
[1/4, 08:49] Dr Shashi Jindal, Chandigarh: 👌👍🏼🙏🏼
[1/4, 08:50] Dr Narinder Pal, Jammu: 💐💐
[1/4, 08:56] Dr. D C Katoch sir:
घृतशोधित गैरिक का शिरीष+अमलतास के फाण्ट के साथ प्रयोग सभी age groups के उदर्दियों और शीतपित्तयों में लाभप्रद होता है।
[1/4, 08:58] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*मेरी गंधक रसायन खदिर क्वाथ की तीन भावनाओं के साथ बनती है, कभी परेशान नही करती।आप मेरे पास से ले जाना फिर प्रयोग कर के देखे।*
*कृमि की चिकित्सा ये मेरे पास आने से पहले allopathic ले चुका था और घृत पान, फलत्रिकादि के लिये ये मानसिक रूप से तैयार था कि वैद्यजी की दवाईयां कढ़वी ही मिलेगी।*
[1/4, 09:03] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*आपका कथन सही है, फलत्रिकादि क्वाथ में कुटकी है साथ मे एसे रोगियों को खदिर छाल मिला कर देने से प्रतिदिन मृदु कोष्ठ वालों को 2-3 विरेचन हो ही जाते है। आरोग्य वर्धिनी भी सहायक हो जाती है, result आपके सामने है तो सही।*
🌹🌹🌹🌹🌹
[1/4, 09:07] Dr. R S. Soni, Delhi:
नतमस्तक हूँ आचार्य🙏🙏😌👏🏻👏🏻👏🏻🌹🌹🌹
[1/4, 09:07] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*private practice में अगर ऐसा नही कर सकेंगे तो कौन हमारे पास आयेगा।*
*आप तो जानते ही है क्योंकि आप भी private practitioner है,बहुत सूक्ष्मता से हर चीज को देखना पड़ता है कभी कभी औषधियों की मात्रा अधिक हो जाती है क्योंकि कोई risk नही ले सकते।*
[1/4, 09:08] Dr Pravin Soni Beawar: Rite sir..🙏🏻
[1/4, 09:10] Dr Ashwini Kumar Sood, Ambala:
Agreed with your line of treatment ji fully agreed😃
[1/4, 09:10] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 🌹🙏🙏🙏🙏🌹
[1/4, 09:11] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏
[1/4, 09:16] Dr Rahul Pathania: Well done doc👌🏻👍🏽
[1/4, 09:18] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*पहले शुद्ध गैरिक का ही प्रयोग होता था और तुरंत लाभ भी मिलता था पर कुछ समय से ये practice से बाहर हो गया, आपने अच्छा स्मरण कराया इसे पुन: बनवाता हूं।*
🙏🙏🙏🙏🙏
[1/4, 10:23] Dr C P. Dixit:
💐💐🙏🙏सर प्रणाम
बहुत सुंदर परिणाम
सर
जिज्ञासावश
आप जो रोगी के लिए औषधि व्यवस्था पत्र पोस्ट करें तो और भी अच्छा लगेगा।
सर
चिकित्सा सेवा ऐसा क्षेत्र है जिसमें जीवन पर्यंत सीखने की जिज्ञासा बनी रहती है🙏🙏
[1/4, 10:32] pawan madan Dr:
जी सर
फलतृकादि के लिये मरीज को त्यार करना ही बहुत बढीबात है l
🙏
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Above case presentation & discussion held in 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp group of well known Vaidyas from all over the India.
Presented by
Vaidyaraj Subhash Sharma
MD (Kaya-chikitsa)
New Delhi, India
email- vaidyaraja@yahoo.co.in
Compiled, edited & Uploaded by
Dr.Surendra A. Soni
M.D., PhD (KC)
Associate Professor
DEPT. OF KAYACHIKITSA
Govt. Ayurveda College
Vadodara GUJARAT, India.
Email: surendraasoni@gmail.com
Mobile No. +91 9408441150
Thanks for such a nice interpretation according to Ayurveda.
ReplyDeleteWe cure number of patient by " raktamoxan " in urticaria patients
ReplyDeleteWell treated sir
ReplyDeleteWell treated sir
ReplyDeleteDr Satish sharma joint director ayush BHOPAL
Daignosis according to Ayurveved principals will give good ressults.
ReplyDeleteCongratulations.