[9/5, 3:12 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur:
🙏🏻 sharing a recent experience ....
A 55yr female pt.
Dentint by profession
C/O severe pain at rt shoulder
with continuous burning
H/O orthopedic consultation and oral medication for 12 days with no relief *at all* .
Hence further investigation MRI s/o
1. Partial tear of supraspinatus tendon
2. Bone marrow oedema
Hence pt was advised for rest n local corticosteroids injection sos for minimum 6 weeks.
Adv- ARTHROSCOPIC surgical opinion.
Ayu diagnosis - रक्तगत दोष, स्रोतस संग अवस्था .
चिकित्सा -
1 .सीरागत रक्तमोक्षण for रक्तगत दोषावसेचन
followed by
2. मर्मपीडन for स्रोतससशोधन
👆🏻 *This management completed within 30 minutes. ( 15 min each).*
Result was
*90% relief in stiffness n pain.*
*100% relief in burning of joint.*
Once again experienced
*असृजः कण्डरा सीरा।*
🙏🏻🙏🏻😌
Video- After treatment-
[9/5, 3:18 PM] Vd V. B. Pandey Basti U. P:
Beauty. This is. True Shastra yukt Ayurved.
[9/5, 3:21 PM] Dr. R S. Soni, Delhi: 👏👏👏👏🙏💐
रक्तमोक्षण के लिये स्थान चयन को स्पष्ट करने का अनुग्रह है आपसे🙏
[9/5, 3:24 PM] Prof. Mrinal Tiwari, Pune: 👏👏👏👍
[9/5, 3:25 PM] Samta Tomar Dr Jmngr:
Also marmapidan technique ?? Mam !
[9/5, 4:30 PM] Dr Prasad Kulkarni Nanded:
अत्युत्तम मॅडम💐💐
[9/5, 4:48 PM] Dr Shekhar Singh Rathoud: Excellent 👌🏻🌹🌹
[9/5, 6:13 PM] Prof. Surendra A. Soni:
Hearty congratulations madam !!
Excellent work.
Thanks for sharing here.
🙏🌹
[9/5, 6:20 PM] Prof. Surendra A. Soni:
Madam namaste !!
Madam namaste !!
One request to you that I am very much eager to know that how long that relief would continue..?
Blood letting just reduced the congestion ?
Or repaired the tear ?
As you have great experience in this context so I would like to know.
🙏🙏🌹🌹
[9/5, 6:22 PM] Dr Bhadresh Nayak, Surat:
Yes Soni sir
Yes Soni sir
It happened
No recurrent
Excersice advisable
But mam described about ligament tear can repaired by raktmoxan ?
[9/5, 6:24 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma, Delhi:
*excellent result Jayashree ji *
*excellent result Jayashree ji *
👌👌👍👏👏👏
[9/5, 6:30 PM] Dr C P. Dixit: 💐💐🙏👌
[9/5, 8:51 PM] Prof Prakash Kabbra, Nagpur: 🌹🌹🌹
[9/5, 9:56 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur:
🙏🏻it was from wrist jt.
🙏🏻it was from wrist jt.
If anyone is interested I have video.
[9/5, 10:01 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur:
🙏🏻 मर्मपीडन was done over अंसफलक मर्म
🙏🏻 मर्मपीडन was done over अंसफलक मर्म
[9/5, 10:02 PM] Samta Tomar Dr Jmngr: 🙏🏻thanks
[9/5, 10:04 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur: 🙏🏻😌 feeling blessed.
[9/5, 10:17 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur:
एकतस्तानि सर्वाणि रक्तमोक्षणम् *एकतः*।
एकतस्तानि सर्वाणि रक्तमोक्षणम् *एकतः*।
It worked on jt. effusion & marrow oedema which was roote cause of pain n stiffness.
रही बात tear की it is going to heal naturally in 6 weeks.
Actually I am also in search of pt.
*WHO IS READY TO PERFORM MRI AFTER TOTAL RELIEF!!*
😄 no one wants to spend money for it.
Orthopedic surgeons generally declare it as cured by clinical examination.
🙏🏻🙂
[9/5, 10:23 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur:
As the above pt. is Dentist by profession.
As the above pt. is Dentist by profession.
There is chance to coĺlect evidence as she gets some concession.
But *I always take postreatment orthopedic opinion at least twice as feedback! That is also a foolproof evidence for us.*
[9/5, 10:26 PM] Vd. Sameer Mukund Paranjanjape: Excellent madam
[9/5, 10:40 PM] Dr. Roji DG:
Sure mam...Kindly send d video
Sure mam...Kindly send d video
🙏🏻
[9/5, 10:46 PM] Dr. R S. Soni, Delhi:
🙏🙏धन्यवाद मैडम। आपके द्वारा साझा किया गया वीडियो हम सभी के लिये ज्ञानवर्धक रहेगा।
🙏🙏धन्यवाद मैडम। आपके द्वारा साझा किया गया वीडियो हम सभी के लिये ज्ञानवर्धक रहेगा।
[9/5, 11:07 PM] pawan madan
Dr: True Mam.
Dr: True Mam.
It gives symptomatic relief and an incomplete tear of such kind takes five to six mobths to heal with all precautions.
If we add Tab Triphala guggulu then the recivery will be fast.
TG works very well on Siraa and Kandraa.
🙏💐🙏
[9/6, 4:33 PM] Dr Rahul Pathania: Great work doc👌🏻🙏🏻
[9/6, 4:41 PM] Dr Shashi Jindal:
thanks madam 👌Here are my few queries,
thanks madam 👌Here are my few queries,
What is the no. of needle used ?
Bleeding till blood stops automatically, or some other symptom ?
[9/6, 5:21 PM] Prof Mamata Bhagwat:
Great work madam. Indeed an adoptable technique.. thanks for sharing💐👌🏻🙏🏼
Great work madam. Indeed an adoptable technique.. thanks for sharing💐👌🏻🙏🏼
[9/6, 5:45 PM] Dr Jayshri Kulkarni, Latur:
18 no needle
18 no needle
At first blood was blakish.
When it turned red it was near about 40cc.I stopped. 🙏🏻
[9/6, 5:46 PM] Dr Shashi Jindal: Thanks madam 🙏🏼
[9/6, 5:47 PM] Dr Savita (Kolkata): 🙏🙏
[9/6, 6:56 PM] Dr. Arun Rathi, Akola:
शास्त्र में दोषो व्दारा दुषीत रक्त के मोक्षण की मात्रा का कोई निराधारण नही किया गया है। *सम्यग गत्वा यदारक्तं स्वयंमेवातिष्ठते ।. शुध्दं तदाविजानियात् सम्यग्विस्त्रावितंच तत्* ।। सु.सू.अ.14/32. रक्तमोक्षण से दुषित रक्त ठीक तरह से निकल कर स्वयंमेव रक्त बहना बन्द हो जाय, तब जाने की अब शुध्द रक्त है तथा सम्यग विस्त्रावण हो गया है ।
Clotting after Extravasation - Is a property of Blood to prevent it's own loss, it's absence shows some defect leading to bleeding tendency.
यहाँ एक बात ध्यान रखना चाहिए की, हम घमनी का वेध करते है और एक ही व्यक्ति मे अलग अलग जगह घमनी के size मे और रक्त प्रवाह मे भिन्नता हो सकती है, सो रक्त स्त्राव रुकने मे भिन्नता हो सकती है । स्नेहन स्वेदन के पश्चात रक्त स्त्राव यह ज्यादा देर तक होता है । (रक्तमोक्षण यह अतिउष्णो अतिस्विन्ने, वर्जित कहा गया है ). इसीलिए आचार्य सुश्रृतजी ने उपरोक्त श्लोक के अगले श्लोक मे यह कहा है... *लाघवं वेदनाशान्तिर्व्याघेर्वेग परिक्षयः । सम्यग् विस्त्राविते लिड्गं प्रसादो मनस्तथा* ।। सु.सू.अ.14/33. शरीर मे या पीड़ित स्थान मे हलकापन की प्रतिती, पीडा का शमन होना, रोग की तीव्रता का कम हो जाना तथा मन का प्रसन्न होना ये सम्यक विस्त्रावण के लक्षण है । सम्यक रक्तमोक्षण का आकलन करते समय इन लक्षणौ पर ज्यादा बल देना चाहिए ना की रक्त का आना स्वयं बन्द हो इस बात पर, इसीलिए यह श्लोक तत्काल बाद मे दिया गया है ।. दोषो व्दारा प्रकुपित रक्तस्त्राव मे, रक्तस्त्राव की उपेक्षा करना ही चिकित्सा सिद्धांत है। जब की रक्तमोक्षण जन्य रक्तस्त्राव मे सम्यक विस्त्रावण के लक्षणो की उपलब्धता होने पर रक्तमोक्षण रोक कर उसे बन्द करना चाहिए।
शास्त्र में दोषो व्दारा दुषीत रक्त के मोक्षण की मात्रा का कोई निराधारण नही किया गया है। *सम्यग गत्वा यदारक्तं स्वयंमेवातिष्ठते ।. शुध्दं तदाविजानियात् सम्यग्विस्त्रावितंच तत्* ।। सु.सू.अ.14/32. रक्तमोक्षण से दुषित रक्त ठीक तरह से निकल कर स्वयंमेव रक्त बहना बन्द हो जाय, तब जाने की अब शुध्द रक्त है तथा सम्यग विस्त्रावण हो गया है ।
Clotting after Extravasation - Is a property of Blood to prevent it's own loss, it's absence shows some defect leading to bleeding tendency.
यहाँ एक बात ध्यान रखना चाहिए की, हम घमनी का वेध करते है और एक ही व्यक्ति मे अलग अलग जगह घमनी के size मे और रक्त प्रवाह मे भिन्नता हो सकती है, सो रक्त स्त्राव रुकने मे भिन्नता हो सकती है । स्नेहन स्वेदन के पश्चात रक्त स्त्राव यह ज्यादा देर तक होता है । (रक्तमोक्षण यह अतिउष्णो अतिस्विन्ने, वर्जित कहा गया है ). इसीलिए आचार्य सुश्रृतजी ने उपरोक्त श्लोक के अगले श्लोक मे यह कहा है... *लाघवं वेदनाशान्तिर्व्याघेर्वेग परिक्षयः । सम्यग् विस्त्राविते लिड्गं प्रसादो मनस्तथा* ।। सु.सू.अ.14/33. शरीर मे या पीड़ित स्थान मे हलकापन की प्रतिती, पीडा का शमन होना, रोग की तीव्रता का कम हो जाना तथा मन का प्रसन्न होना ये सम्यक विस्त्रावण के लक्षण है । सम्यक रक्तमोक्षण का आकलन करते समय इन लक्षणौ पर ज्यादा बल देना चाहिए ना की रक्त का आना स्वयं बन्द हो इस बात पर, इसीलिए यह श्लोक तत्काल बाद मे दिया गया है ।. दोषो व्दारा प्रकुपित रक्तस्त्राव मे, रक्तस्त्राव की उपेक्षा करना ही चिकित्सा सिद्धांत है। जब की रक्तमोक्षण जन्य रक्तस्त्राव मे सम्यक विस्त्रावण के लक्षणो की उपलब्धता होने पर रक्तमोक्षण रोक कर उसे बन्द करना चाहिए।
[9/6, 8:00 PM] Dr Darshana Vyas, Vadodara: 👌👌👌
[9/7, 9:23 AM] pawan madan Dr:
Wonderful !!
Mam.....to kya is procedure me rakta apne aap hi ruk jaataa hai ya hame swayam ye band karna hota hai ?
[9/7, 9:26 AM] pawan madan Dr:
जी अरुण सर...🙏
तो क्या रक्तमोक्षण करते करते ही practically क्या हमे सम्यक रक्तमोक्षण के लक्षण प्राप्त् हो जाते है??🤔
[9/7, 9:36 AM] Dr Shashi Jindal:
there is difference in procedure of rakt mokshan as advised by Sushrut and the one followed by madam, when we do blood letting by an incision (depth of incision controlled according to dosh and site) will stop automatically, but when we do by a needle by venous puncture can not, it has to be stopped manually as per experience of the surgeon.
[9/7, 9:36 AM] Dr Shashi Jindal:
आm i right Arun sir ?
[9/7, 10:10 AM] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai:
Probably bleeding may stop on it's own on prachchhan, or siravedh by brihi tantra. but now in practice jalouka are common or needle is used, I have never seen a needle bleed stopping on it's own, till needle is in place. Theoretically what you are saying is absolutely correct, but these are practitioners difficulties.
[9/7, 10:10 AM] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai:
Yes, I feel the same
[9/7, 10:38 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
रक्त मोक्षण करते, समय रुग्ण के रुजा लक्षणों मे कमी प्रत्यक्ष मे देखने को मिलती है।
[9/7, 10:43 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
आप ने मेरी पोष्ट मे इस बात पर शायद गौर नही किया, की रक्तस्त्राव का स्वयं बन्द होने पर ज्यादा बल नही देना चाहिए।
*सम्यक रक्त स्त्राव के लक्षण जो आचार्य सूश्रृत ने अ. 14 मे ही 33वे श्लोक में दिया है उस पर बल देना चाहिए।
डॉ शशि जी !!
[9/7, 10:45 AM] pawan madan Dr: 🙏🙏
[9/7, 10:46 AM] Samta Tomar Dr Jmngr: 🙏🏻
[9/7, 10:49 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
जलौका के मुखगत स्त्राव और जलौका दंश करने के बाद Hirudin नामक स्त्राव दंश स्थान मे प्रवाहित करती है जो Anti platetic होता है, इसीलिए कई बार जलौका से रक्तमोक्षण पश्चात कुछ घण्टों तक भी रक्तस्त्राव होता रहता है।
[9/7, 11:01 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
[9/7, 8:49 PM] Dr. R S. Soni, Delhi:
सर यहाँ पर आपने धमनी का वेध करना है, ऐसा लिखा है।
संभवतः गलती से लिखा गया होगा।
या आपने कोई विशेष अवस्था मे धमनी वेध करते हैं ऐसा कहने के लिये लिखा है?
हो सकता है मैं त्रुटि कर रहा होऊँ, किन्तु मुझे ऐसा ही ध्यान है की रक्तमोक्षण से सिरागत रक्तमोक्षण ही लिया जाता है।
कृपया शंका समाधान करें।🙏🙏🌹🌹😌
[9/7, 8:58 PM] Dr. Arun Rathi, Akola:
🙏🏻🙏🏻🙏🏻.
Yes it's writing Mistake.
It should be सिरा.
[9/7, 8:58 PM] Dr. R S. Soni, Delhi: धन्यवाद सर🙏🙏💐
[9/7, 9:23 AM] pawan madan Dr:
Wonderful !!
Mam.....to kya is procedure me rakta apne aap hi ruk jaataa hai ya hame swayam ye band karna hota hai ?
[9/7, 9:26 AM] pawan madan Dr:
जी अरुण सर...🙏
तो क्या रक्तमोक्षण करते करते ही practically क्या हमे सम्यक रक्तमोक्षण के लक्षण प्राप्त् हो जाते है??🤔
[9/7, 9:36 AM] Dr Shashi Jindal:
there is difference in procedure of rakt mokshan as advised by Sushrut and the one followed by madam, when we do blood letting by an incision (depth of incision controlled according to dosh and site) will stop automatically, but when we do by a needle by venous puncture can not, it has to be stopped manually as per experience of the surgeon.
[9/7, 9:36 AM] Dr Shashi Jindal:
आm i right Arun sir ?
[9/7, 10:10 AM] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai:
Probably bleeding may stop on it's own on prachchhan, or siravedh by brihi tantra. but now in practice jalouka are common or needle is used, I have never seen a needle bleed stopping on it's own, till needle is in place. Theoretically what you are saying is absolutely correct, but these are practitioners difficulties.
[9/7, 10:10 AM] Sanjay Chhajed Dr. Mumbai:
Yes, I feel the same
[9/7, 10:38 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
रक्त मोक्षण करते, समय रुग्ण के रुजा लक्षणों मे कमी प्रत्यक्ष मे देखने को मिलती है।
[9/7, 10:43 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
आप ने मेरी पोष्ट मे इस बात पर शायद गौर नही किया, की रक्तस्त्राव का स्वयं बन्द होने पर ज्यादा बल नही देना चाहिए।
*सम्यक रक्त स्त्राव के लक्षण जो आचार्य सूश्रृत ने अ. 14 मे ही 33वे श्लोक में दिया है उस पर बल देना चाहिए।
डॉ शशि जी !!
[9/7, 10:45 AM] pawan madan Dr: 🙏🙏
[9/7, 10:46 AM] Samta Tomar Dr Jmngr: 🙏🏻
[9/7, 10:49 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
जलौका के मुखगत स्त्राव और जलौका दंश करने के बाद Hirudin नामक स्त्राव दंश स्थान मे प्रवाहित करती है जो Anti platetic होता है, इसीलिए कई बार जलौका से रक्तमोक्षण पश्चात कुछ घण्टों तक भी रक्तस्त्राव होता रहता है।
[9/7, 11:01 AM] Dr. Arun Rathi, Akola:
आप पोष्ट को गौर से पढे, मै ने जो लिखा है, उसमे practically जो मैने अनुभव किया है, उसी बात पर बल दिया है । पवन जी !!
[9/7, 8:49 PM] Dr. R S. Soni, Delhi:
सर यहाँ पर आपने धमनी का वेध करना है, ऐसा लिखा है।
संभवतः गलती से लिखा गया होगा।
या आपने कोई विशेष अवस्था मे धमनी वेध करते हैं ऐसा कहने के लिये लिखा है?
हो सकता है मैं त्रुटि कर रहा होऊँ, किन्तु मुझे ऐसा ही ध्यान है की रक्तमोक्षण से सिरागत रक्तमोक्षण ही लिया जाता है।
कृपया शंका समाधान करें।🙏🙏🌹🌹😌
[9/7, 8:58 PM] Dr. Arun Rathi, Akola:
🙏🏻🙏🏻🙏🏻.
Yes it's writing Mistake.
It should be सिरा.
[9/7, 8:58 PM] Dr. R S. Soni, Delhi: धन्यवाद सर🙏🙏💐
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Above case presentation & discussion held in 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp group of well known Vaidyas from all over the India.
Above case presentation & discussion held in 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp group of well known Vaidyas from all over the India.
Presented by
वैद्य सौ. जयश्री कुलकर्णी,
एम.डी कायचिकित्सा, एम.ए. संस्कृत.चरकचिकित्साविशेषज्ञ
चिकित्सालय स्थल- लातूर, महाराष्ट्र, भारत.
दूरभाष: +91 9326190749
email:vdjayashrikulkarni@gmail.com
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