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Case-presentation: 'Yakrit-vidradhi(Hepatic-abscess) by Vaidya Radheshyam Soni

[2/6, 11:18 PM] Dr. R S. Soni, Delhi:


*यकृत विद्रधि*

रोगी -30वर्षीय पुरुष
व्यवसाय -अर्धसैनिक बल कर्मचारी 
प्रकृति - वात कफ़ज
शाकाहारी
अव्यसनी
*रोग वृत्त*
रोगी को अगस्त 2019 में पेटदर्द और ठंड लगने के साथ तीव्र ज्वर आने लगा। जिसके लिये अस्पताल में गया। जांच में यकृत विद्रधि का निदान हुआ। जिसके लिये लगभग 1 माह तक रोगी अस्पताल में भर्ती रहा । वहां पर एलोपैथिक उपचार किया गया । *बुखार आता रहा और पुनरावृत्ति की दर कम होती गयी। इस स्थिति में संजीवनी वटी और आरोग्यवर्धिनी वटी साथ मे दी गयी तो 10 दिन बाद ज्वर की निवृत्ति हो गई ।*

वर्तमान रोग वृत्त

रोगी को ज्वर मुक्ति के पश्चात उदर में भारीपन और मंदाग्नि की स्थिति थी। और साथ ही अल्ट्रासाउंड में यकृत वृद्धि तथा विद्रधि की ग्रंथि दृष्टिगोचर थी अतः इसका उपचार किया गया।

*उपद्रव*
ज्वर की चिकित्सा के दौरान ही रोगी की दक्षिण अक्षिगोलक का बाहर की ओर गति बाधित हो गई।

*चिकित्सा सूत्र*
पूय शोषक, ग्रंथिहर, लेखन, कृमिहर, क्लेद नाशक, वात शामक रसायन ।

*औषधि*
त्रिफला गुग्गुलु 2-2 गोली 2 बार

कृमिमुद्गर रस 2-2 गोली 2 बार

आरोग्यवर्धिनी वटी 2-2 गोली 3 बार

त्रिफला चूर्ण 3gm+ मधुयष्टि चूर्ण 1gm शहद एवं घृत में मिला कर रात्रि में।

महमाष तेल नस्य (व्यक्तिगत कारण से लेने में असमर्थ)

देखें रिपोर्ट👇🏻
 चिकित्सा उपरांत, ये 6/2/20 की रिपोर्ट है जो गलती से 6/1/20 की date print हो गयी है।🙏 






















[2/6, 11:23 PM] satyendra ojha sir: Perfect .. ✅💐🙏

[2/6, 11:24 PM] Vaidyaraj Subhash Sharma, Delhi:

 *excellent result वैद्य राधेश्याम जी, report बिल्कुल normal आ गई, औषध चयन 👍👍👍*

             👌👍🌺🌹💐👌

[2/6, 11:24 PM] Dr. Mrityunjay Tripathi, Gorakhpur: 

Nice management sir ji 🙏🌹🙏🙏

[2/6, 11:30 PM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

रोगी की आंख की गति भी अब सामान्य है।

इस चिकित्सा के साथ केवल 1 एलोपैथिक दवा दी गई- *methylcobelamine*

[2/7, 12:07 AM] Dr. Ajay Gopalani: 

बहुत बढ़िया आचार्य 👌🏻👌🏻👌🏻👏🏻👏🏻🙏🏻🙏🏻

[2/7, 6:53 AM] Dr. Ravikant Prajapati M. D, BHU.: 

👌👌🙏🙏🌹🌹 Nicely managed sir...🙏

Sir why you use Triphala + Yastimadhu....... Is it for Eye disorder or for any other purpose ? ...... If used for eye disorder ...why not opted for Saptamrit lauha (Triphala 3 part+ Yastimadhu 1 part + lauha 1part) ? Plz guide sir🙏🙏

[2/7, 7:27 AM] Dr. R S. Soni, Delhi:

 🙏🙏
त्रिफला+ मधुयष्टि का प्रयोग अक्षिरोग हेतु ही किया था। 

वस्तुतः सप्तामृत लौह ही प्रयोग करने का उद्देश्य था। पर एक तो रोगी का Hb लेवल 14 gm के लगभग था। अतः लौह भस्म मेरी सोच के हिसाब से यहां गैर जरूरी थी।

दूसरे औषध की अनुपलब्धता भी एक कारण थी।

तीसरे अनावश्यक रूप से औषध ना खिला कर शरीर और धन दोनों की हानि रोकना भी मेरा उद्देश्य था।

अतः लौह भस्म छोड़ कर सप्तामृत के शेष घटक का प्रयोग मुझे उचित लगा।☺🌹🌹

[2/7, 7:42 AM] D C Katoch Sir: 

समुचित औषध व्यवस्था डा सोनी। 👌🏽👌🏽। त्रिफला+मधुयष्टि प्रातःकाल निराहार सेवन करवाते तो और अधिक लाभ मिलता।

[2/7, 7:52 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

🙏प्रणाम सर🌹

सर! यहां सप्तामृत लौह तथा अन्य औषध का अक्षिरोग के संदर्भ में औषध सेवन काल रात्रि में भोजनोत्तर दिया गया है। अतः मैंने शास्त्र आदेश का अनुपालन किया।🙏

आपका अनुभवयुक्त तर्क भी अवश्य ही प्रभावकारी परिणाम देगा, इस मे कोई संदेह नहीं🙏😌🌹

[2/7, 7:56 AM] D C Katoch Sir: 

👍🏼 👍🏼 शास्त्रानुचरण के लिए । मेरी सोच त्रिफला +मधुयष्टि से सार्वदैहिक लाभ पाने की दृष्टि से थी।

[2/7, 8:00 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

त्रिफलात्वचमायसं च चूर्णं समयष्टिमधुकम् त्रिसप्तरात्रम।
मधुना सह सर्पिषा *दिनान्ते* पुरुषो निष्परिहारमाददीत।।
(योगरत्नाकर)🙏🙏

[2/7, 8:03 AM] Dr Shashi Jindal: 

sir was liver abscess not drained ?? or it was  put on only conservative treatment  ??🙏🏼🙏🏼🙏🏼

[2/7, 8:04 AM] Dr. Shailendra Mehta, Chandigarh: 

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻best aushad sevan kaal mey... urdhav jatrugat nd shirogat rog mey udaan (ratri bhojnopraant) nd nishaa kaal shresht kahey gaye hn 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

[2/7, 8:15 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

Madam! Initially the patient was under treatment of allopathic doctors. They didn't thought necessary to drain the abcess, and managed to treat with antibiotics.

After 1 month of hospitalisation and one more at home orally medication they stopped the treatment.

After that, the USG showing the abscess and the patient was having heaviness in abdomen. Also was doubtful for recurrence so ayurvedic treatment was given.🙏

[2/7, 8:16 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 🙏👍🏻🌹

[2/7, 8:17 AM] pawan madan Dr:

 नमस्ते सर !

ये उपद्रव में अक्षीगोलक का बाहर आना
ये क्या स्तिथि है ?
समझ मे नही आया ?

Liver abscess usually cause high grade fever. How was the fever ?

[2/7, 8:18 AM] pawan madan Dr:

 Triphala + madhuyasthi kis akshi rog me useful hain ?

[2/7, 8:20 AM] pawan madan Dr: 

सप्तामृत लोह का प्रयोग तो मैंने अभी तक vision disturbances and errors of refraction में किया है !
🤔🤔

[2/7, 8:21 AM] pawan madan Dr: 

अब स्तिथि क्या है ?

[2/7, 8:24 AM] Pawan mali Dr. Delhi:

 Soniji congratulations 💐💐

[2/7, 8:25 AM] Dr. R S. Soni, Delhi:

 नमस्कार पवन सर🙏

अक्षीगोलक बाहर आना नहीं,

मेरा तातपर्य यह है कि रोगी की दायीं आंख का बाहर की ओर movement नहीं हो पा रहा था। संभवतया उसकी आंख की leteral rectus muscle paralysed हो गयी थी।🙏

[2/7, 8:27 AM] Pawan mali Dr. Delhi:
 Saptamrit loha is rasayan kalpa ..it doesn't cause any sharir haani in this patient in which punaravartak jwar samprapti was present...lekin dhan hani jarur hoti..😜

[2/7, 8:27 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

ज्वर तीव्र और शीतपूर्वक ही था और 15 दिन तक लगातार रहा, फिर पुनरावृत्ति धीरे धीरे कम हुई।

[2/7, 8:39 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

लौह भस्म के साथ यह योग तिमिर रोग में ही वर्णित है।

किन्तु यह आंखों के हर प्रकार के रोग में लाभकारी है। त्रिफला तो अक्षिरोग में अमृततुल्य ही है बाह्य और अभ्यन्तर दोनों ही रूप में प्रयोग करने पर ।

[2/7, 8:39 AM] Dr. R S. Soni, Delhi:

 Perfect eye movement☺

[2/7, 9:35 AM] Prof. Surendra A. Soni: 

अत्युत्तम और सफल चिकित्सा ।। 
आपको हार्दिक अभिनन्दन ।।

🙏🏻🌷🌹🌻🙏🏻

आतुर सैन्य बलों से संबंधित अतः स्वाभाविक व्याधि क्षमत्व, उत्तम संहनानादि युक्त होने से आपको शीघ्रता से उत्तम परिणाम प्राप्त हुआ । सामान्य नागरिक में संभवतः थोड़ा और प्रयास करना पड़ता ।
क्या यह निर्धारित हुआ कि ये कौनसे प्रकार की विद्रधि थी ?
अमीबिक के पुनरावृत्ति की संभावना हो सकती है ।
डिसेंट्री का इतिवृत्त ?
मद्यपान ?
आतुर को व्याधि के मूलोच्छेद के लिए विरेचन आवश्यक पश्चात नैमित्तिक रसायन ।

वैद्य राधेश्याम जी ।
🙏🏻🌹

[2/7, 9:40 AM] Dr. Vinod Sharma, Gajiabad: 

Bahut sundar Dr. R. S.  Soni saab .
Badhai aapko is upalabdhi ke liye .

[2/7, 9:58 AM] satyendra ojha sir: 

वैद्य राज राधेश्याम सोनी जी, साधुवाद, आपकी चिकित्सा व्यवस्था देखकर आचार्य श्री राधेश्याम शर्मा गुरु जी की याद आयी..  धन्यवाद अनुज..💐✅💐

[2/7, 10:56 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

🙏🙏🌹🌹

विद्रधि के कारण का निर्धारण नहीं हुआ।

रोगी शुद्ध सात्विक भोजन ही करता है। *अव्यसनी* तो मैंने विवरण में दिया ही है ।

डिसेंट्री का कोई इतिवृत्त नहीं। पर हाँ, ये वही रोगी है जिसका TSH लेवल 150 के लगभग था और इसको मैंने लगभग 5 माह *गोमूत्र हरीतकी* का सेवन कराया था ।

संभवतः गोमूत्र की अशुद्धता के कारण ये संक्रमण हुआ हो ?
अथवा
MESS में मिलने वाले आहार के कारण कोई संक्रमण हुआ हो ?

कारण तो अनिश्चित ही है। पर रुग्ण मेरा रिश्तेदार है अतः FOLLOW UP रहेगा ।

अभी बाकी सब दवा बंद कर त्रिफला और यष्टि का योग सतत रखने को कहा है ।🙏
सुरेंद्र सर ।

[2/7, 10:58 AM] satyendra ojha sir: 

गौमूत्र संक्रमण तथा आहार जन्य होना सम्भाव्य है ।

[2/7, 10:58 AM] Prof. Surendra A. Soni: 

Mess diet is possible cause... Not gomutra...!

[2/7, 10:59 AM] satyendra ojha sir: 

Why not gomootra ?

[2/7, 11:01 AM] Prof. Surendra A. Soni: 

Not sure... But it is called disinfectant if taken freshly or in Ark form.

🙏🏻🌹

[2/7, 11:01 AM] Dr. R S. Soni, Delhi:

 धन्यवाद ओझा सर🙏🙏
 मैं तो अभी जिज्ञासु ही हूँ। पर हर शिष्य की अभिलाषा होती है कि वो अपने श्रेष्ठ गुरु को आदर्श मान कर उसके जैसा बन जाए। शेष तो उसके परिश्रम और दैव पर निर्भर है।🌹🌹😌

[2/7, 11:01 AM] satyendra ojha sir: 

Nothing is safe in this world..

[2/7, 11:02 AM] Dr Shashi Jindal: 

sir gomootra ke shodhan kaa kahi reference nahi hai shayad, yes during preparation yoga can be infected due to not following proper clean precautions. 🙏🏼🙏🏼

[2/7, 11:03 AM] Prof. Surendra A. Soni:

 Ji Sir !🙏🏻🌹✅

[2/7, 11:07 AM] satyendra ojha sir:

 Shashi ji , infection kisi se kisi ko bhi ho sakata hai.. 
I will share about one case of epilepsy in which one branch of  cerebral artery was blocked due to viruses and traced in MRI and other sophisticated investigation of brain.. it was supposed to be from vegetables.. after anti viral therapy, all became normal now no issue of epilepsy.....

[2/7, 11:09 AM] Dr. R S. Soni, Delhi:

 सभवतः😌

[2/7, 11:10 AM] Dr Shashi Jindal: 

sir you are absolutely right. it is very common, raw vegetables and preserved foods, are cause of different types of infections.
But for gomootra I am doubtful. 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

[2/7, 11:11 AM] Dr. R S. Soni, Delhi: 

अर्क में तो संक्रमण की संभावना नहीं है, पर गोमूत्र भले ही ताजा हो, पर यदि पशु स्वयं रोगी है, तो संक्रमण की संभावना होती ही है।

[2/7, 11:13 AM] Dr Shashi Jindal:

 it may be just water born infection, my mother was infected with even Bisleri water.🙏🏼🙏🏼🙏🏼

[2/7, 11:13 AM] Dr Shashi Jindal: yes it can be possible. 🙏🏼🙏🏼











            ******************************************************************************

Above case presentation and follow-up discussion held in 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp -discussion-group  of  well known Vaidyas from all over the India. 
                               
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Case presented by



Dr. R. S. Soni
M.D.(K.C.)
Senior Medical Officer
Govt. Ayu. Hospital
Haiderpur, Delhi-88, India.
(Under North Delhi Municipal Corporation, Delhi)

Mobile No.- +919868657418

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