[28/04, 12:58 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*case presentation -
खालित्य
(Alopecia)
एवं आयुर्वेदीय व्यवस्था।*
खालित्य
(Alopecia)
एवं आयुर्वेदीय व्यवस्था।*
*आयु 6 वर्ष/ female*
*लक्षण - पीनस, कास, tonsilitis, मंदाग्नि, अरूचि, मलप्रवृति दोपहर भोजनोत्तर, कृशता आलस्य, गात्र जाढ्यता थी और लगभग 1 वर्ष 6 माह पूर्व शिर: प्रदेश केश कम हो कर खालित्य हो गया था।*
*जब यह बालिका हमारे पास आई तो test कराने पर CRP 11.46 (6.00) & immuno IgE 66.20 (50), लगभग एक वर्ष पूर्व high dose में allopathic में steroids दिये गये थे पर hair growth नही हुई।*
*family history में खालित्य नही था, इस रूग्णा का case लेने में सब से बढ़ी समस्या थी कि यह औषधि कैसे ग्रहण करेगी,अगर स्नेह पान करायेंगे तो घृत का नाम सुनते ही उत्क्लेश, नस्य का नाम सुनते ही रूदन, फिर भी रूग्णा का case ले लिया गया।*
*खालित्य का वर्णन क्षुद्र रोगों में किया गया है,ये वो रोग है जैसे हमारे यहां रस प्रदोषज, रक्तप्रदोषज, मेदोवाही स्रोतोदुष्टि, वात व्याधि,संतर्पण व्याधि अनुसार व्याधियों का वर्ण मिलता है पर इन क्षुद्र रोगों का उल्लेख नही मिलता, इन्हे साधारण मानकर इनकी विस्तृत सम्प्राप्ति दोष दूष्यानुसार नही मिलती, मगर कुछ क्षुद्र रोग वर्तमान में कुछ लोगों के लिये किसी महागद से कम नही। हमारे यहां कुछ रोगी खालित्य के एसे भी आये हैं जो hongkong & london में 18-20 lakh hair growth n transplant में व्यय कर चुके है, ऐसे भी रोगी हैं जिनके लिये CAD, DM, HT क्षुद्र हैं क्योंकि इनको तो औषधियों से manage किया जा सकता है पर खालित्य नही।*
*हर खालित्य रोगी की अलग history मिलती है और बिना सम्प्राप्ति बनाये अगर try कर के बाल आ भी जायें तो लंबे समय तक वो रहेंगे या नही चिकित्सक को भय बना रहता है।*
*हर रोगी की सम्प्राप्ति भिन्न होती है और इसके अनुसार जब चिकित्सा होगी तो परिणाल शीघ्र और सफल रहता है।*
*रोमकूपानुगं पित्तं वातेन सह मूर्छितम्। प्रच्यावयति रोमाणि तत: श्लेष्मा सशोणित:।।रूणद्धि रोमकूपास्तु ततोऽन्येषामसंभव:।तदिन्द्रलुप्तं खालित्यं रूज्येति च विभाव्यते ।।
* सु नि 13/30-31
* सु नि 13/30-31
*रोमकूपों में आया हुआ पित्त वायु के साथ मिलकर रोम को मूर्छित कर देता है अर्थात गिरा देता है तत्तपश्चात रक्त मिश्रित कफ रोम छिद्रों को रूद्ध कर देता है जिस से अन्य नवीन बालों की उत्पत्ति नही होती जिसे इन्द्रलुप्त,खालित्य और रूज्या कहते है।*
*वाग्भट्ट ने उ स्थान 23/24-25 में लगभग यही बात कह कर
‘ ...... इन्द्रलुप्तं रूज्यां प्राहुश्चाचेति चापरे’
कहा है तथा
‘खलतेरऽपि जन्मैवं शातनं तत्र तु क्रमात ‘अ ह उ 23/26 में खलति नाम से कहा है कि खालित्य भी इन्द्रलुप्त की भांति होता है पर इसमें बाल शनै: शनै: गिरते है।*
‘ ...... इन्द्रलुप्तं रूज्यां प्राहुश्चाचेति चापरे’
कहा है तथा
‘खलतेरऽपि जन्मैवं शातनं तत्र तु क्रमात ‘अ ह उ 23/26 में खलति नाम से कहा है कि खालित्य भी इन्द्रलुप्त की भांति होता है पर इसमें बाल शनै: शनै: गिरते है।*
*माधव निदान क्षुद्र रोग 55/ 28-29 में सुश्रुत की बात को ही repeat किया है।*
*खालित्य रोगी की हमें history अवश्य लेनी चाहिये क्योंकि इसका हेतु हमें वहीं मिलता है जैसे इस रूग्णा को हमने एक माह तक खालित्य के लिये कुछ नही दिया पीनस, कास, tonsilitis, आम दोष दूर कर स्रोतों के संग दोष को दूर मार्गावरोध दूर किया और खालित्य की चिकित्सा का मार्ग प्रशस्त किया साथ ही रसायन प्रयोग द्वारा रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति की वृद्धि की जिसके कारण 3 months में एक बार भी प्रतिश्याय तक नही हुआ।*
*रोग निदान -
अति अम्ल लवण पदार्थों सहित tomato catchup,waffers,
कुरकुरे, noodles etc. fast food का नियमित सेवन,
माता पिता के साथ देर रात तक जागरण,
cold drinks, ice cream युक्त अति शीत और गुरू पदार्थों का सेवन।*
अति अम्ल लवण पदार्थों सहित tomato catchup,waffers,
कुरकुरे, noodles etc. fast food का नियमित सेवन,
माता पिता के साथ देर रात तक जागरण,
cold drinks, ice cream युक्त अति शीत और गुरू पदार्थों का सेवन।*
*खालित्य सम्प्राप्ति -*
*आरंभ में अनेक व्याधियां थी तब सम्प्राप्ति घटक इस प्रकार बने*
*दोष - प्राण उदान समान और व्यान वात,पाचक और भ्राजक पित्त, क्लेदक और तर्पक कफ*
*दूष्य - रस रक्त और अस्थि*
*स्रोतस - त्वक् गत रोमकूप, रस रक्त और अस्थि वाही*
*स्रोतोदुष्टि - संग*
*अग्नि - जाठराग्नि एवं धात्वाग्नि मांद्य*
*उद्भव - आमाश्य*
*व्यक्त स्थल - उर्ध्व जत्रुगत*
*कृच्छ साध्य*
[28/04, 12:59 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*चिकित्सा सूत्र -*
*प्रथम माह में खालित्य रहित अन्य व्याधियों की शमन चिकित्सा दी गई ....*
*सप्तामृत लौह 1गोली,सितोपलादि चूर्ण 1gm,
टंकण भस्म 100 mg,
अभ्रक भ. 50 mg,
श्रंग भस्म 50 mg,
प्रवाल भस्म 100 mg
पीस कर 1/2 tsp गौघृत + 1tsp मधु मिला कर प्रात: सांय खाली पेट।*
टंकण भस्म 100 mg,
अभ्रक भ. 50 mg,
श्रंग भस्म 50 mg,
प्रवाल भस्म 100 mg
पीस कर 1/2 tsp गौघृत + 1tsp मधु मिला कर प्रात: सांय खाली पेट।*
*लक्ष्मी विलास नारदीय 1/2 -1/2 गोली *
*सीरप श्वासामृतम 1/2 1/4 tsp hot water में दिन में 2 बार*
*स्फटिका भस्म से 2 बार गंडूष।*
*4-5 खर्जूर नित्य सेवन।*
*चुकंदर,गाजर,पालक में थोड़ी सी शतावरी मूल मिलाकर भोजन के साथ सूप।*
*लगभग तीन सप्ताह में ही पूर्ण लाभ मिल चुका था।फिर एक सप्ताह कोई औषधि ना दे कर विश्राम दिया गया। 28 दिन में सम्प्राप्ति घटक बदल चुके थे वात में समान और व्यान,पाचक और भ्राजक पित्त तथा कफ में क्लेदक और तर्पक बचे थे। स्रोतस में प्राण वह स्रोतस का अवरोध दूर हो गया था।*
*अब चिकित्सा सूत्र बनाया गया पथ्य का पालन कर निदान परिवर्जन,अन्य स्रोतो का शोधन, नस्य, नियमित रसायन प्रयोग, बाह्य स्रोतों के शोधन हेतु तैलाभ्यंग और शमन ।*
*छोटा बच्चा घृतपान नही कर सकता था अत: मार्ग निकाला गया किया कि पूर्व की भांति सितोपलादि में ही घृत और मधु मिलाकर दिया जाये, बालिका स्कूल जाती थी अत: यह मात्रा संध्या के समय दी गई।*
*औषधियां जो कुल चिकित्सा काल में अलग अलग समय में दी गई...*
*नवायस लौह 1-1 गोली*
*सप्तामृत लौह 1-1 बीच में सप्तामृत के बदले*
*सितोपलादि, लक्ष्मी विलास,प्रवाल भस्म, अभ्रक भस्म*
*आरोग्य वर्धिनी 1-1 गोली*
*सारिवा घन वटी*
*आमलकी रसायन या कभी आमलकी स्वरस मधु के साथ*
*संजीवनी वटी 1/2 - 1/2 गोली, भल्लातक के अन्त: प्रयोग एवं आमोत्पत्ति ना हो।*
*चुकंदर,पालक,गाजर,शतावरी का सूप*
*गुलकंद + प्रवाल पिष्टी*
*अणु तैल नस्य 5 दिन फिर 5 दिन का ब्रेक पुन: 5 दिन ।*
*olesyn oil ( jjd chane) 100 ml में 1 tsp करंज बीज मिला एक सप्ताह धूप में रखा, सप्ताह में तीन दिन इसका अभ्यंग।*
*अभी चिकित्सा चल रही है और आशा से अधिक लाभ मिल रहा है, देखे तिथि अनुसार किस प्रकार hair growth हुई ....*
[28/04, 1:02 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*जब रूग्णा प्रथम बार आई तो तब 2/1/19 से जो प्रगति हुई दिनांक 24/3/19 👇🏿*
[28/04, 1:03 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: *7/4/19* 👇🏿
[28/04, 1:04 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: * 21/4/18* 👇🏿
[28/04, 6:01 AM] Dr. Mrityunjay Tripathi, Gorakhpur:
बहुत ही सुदंर सर जी 🙏 🙏 🙏 🙏
[28/04, 6:19 AM] Dr Ashwini Kumar Sood, Ambala:
Marvelous Vaidyaraj Subhash ji 👍🏼
[28/04, 6:25 AM] Dr. Bharat Delhi:
🙏🙏🙏
शत शत नमन गुरु जी,
Feel previleged to be part of this Digital Gurukula.
[28/04, 6:28 AM] Urvashi Arora Dr: 🙏🙏🙏
[28/04, 6:40 AM] Dr Vinod Mittar, Bhiwani:
🙏🙏🙏🌹Thanks Sir !
[28/04, 6:53 AM] D C Katoch Sir:
उत्कृष्ट् अद्भुत चिकित्सा कौशल वैद्य जी। सुष्ठु इति, अनुशीलनीय इति। 💐💐💐 नमो नमः !
[28/04, 6:53 AM] Dr Pravin Soni Beawar: 👍🏻👍🏻🙏🏻🙏🏻💐💐
[28/04, 7:11 AM] Sagar Bhide BVV:
🙏🏼🙏🏼
Sachme sir
Khalitya aur indralupta kruchha sadhya hi he. Apne bahut satik case present karke is vyadhi ko sadhya karne ka marg prashast kiya he.🙏🏼Aap ke case presentation se chikitsa karne me adhik bal milta he.🙏🏼🙏🏼💐
[28/04, 7:21 AM] Prof Mamata Bhagwat:
Pranam Sir... you are inspirational to many practitioners🙏🏼💐🙏🏼
[28/04, 7:32 AM] Dr. Bharat Delhi: 🙏👍🏻
[28/04, 7:37 AM] Dr Bhavesh Modh: 👌👍🙏😌
[28/04, 8:16 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*मैं बहुत भाग्यवान हूं जो इस group के माध्यम से आप और चुलैट सर दो बढ़े भ्राता एवं प्रो. सोनी जी मिले जिनके group discussions में विशिष्ट ज्ञान से आयुर्वेद के गूढ़ तत्वों को बहुत सरल कर दिया।मेरी चिकित्सा की सफलता में आप भी भागीदार हैं।*
*आपके आशीर्वचन बलप्रद होते हैं, अपना स्नेह सदैव बनाये रखें।*
🙏💐🌺🌹♥🙏
[28/04, 8:17 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*आपका एवं सभी सदस्यों का हार्दिक आभार।*
💐🌺🌹
[28/04, 8:20 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*हम सभी आयुर्वेद के साधक हैं और एक दूसरे से सीख ही रहे हैं,आयुर्वेद में विशेषज्ञ बनने के लिये तो लगता है 4-5 जन्म भी कम है।*
💐🌺🌹
[28/04, 8:24 AM] Dr Ashwini Kumar Sood, Ambala:
एक ही जन्म बहुत है प्रभू , अगले जन्म में allopathic gynaecologist बना दिया तो -------------?
[28/04, 8:28 AM] Dr. Ravikant Prajapati M. D, BHU.:
👏👏🙏🙏💐💐 Feeling blessed ..... Sir aapke margdarshan me Ayurveda chikitsa ki or agresar hum nav vaidyo ko bahut bal milta hai...🌷🌷🙏🙏 Gurudev ko Naman
[28/04, 8:29 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*कल देख रहा था कि मेरे 2 फोन और pen drive में अब लगभग 300 रोगियों का data with images या reports saved है और कई रोगों को जहां असाध्य समझा जा रहा है वो आयुर्वेद द्वारा बहुत ही सरलता से दूर हो सकते है, व्यस्तता के कारण लिखने का समय नही मिल पाता, पर आगे आपको ऐसी व्याधियां भी देखने को मिलेगी जो आयुर्वेद द्वारा सरलता से चिकित्स्य है।*
[28/04, 8:32 AM] Dr Vinit Arora:
21वीं शती के महर्षि वैद्यराज सुभाष सर को शत शत नमन 🙏🙏
[28/04, 8:33 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi: 🏃♂🏃♂🏃♂ 😀😀😀😀
[28/04, 8:33 AM] Dr Divyesh Desai: 👏🏽👏🏽
[28/04, 8:34 AM] Vd. Aashish Kumar, Lalitpur: 🙏🏻🙏🏻💐💐👌🏻👌🏻
[28/04, 8:41 AM] Dr Ashwini Kumar Sood, Ambala:
Great, you have wonderful box of jewels that you're giving to GR members.
[28/04, 8:42 AM] Vd. Aashish Kumar, Lalitpur: 🙏🏻🙏🏻👌🏻👌🏻💐💐👏🏻👏🏻👏🏻🙌🏻🙌🏻🙏🏻🙏🏻
[28/04, 8:43 AM] Dr Rameshwar Rao Rane:
pls give details of oleysin oil and purpose with karanj beej ?? sir 🙏
[28/04, 8:46 AM] Sagar Bhide BVV: 🙏🏼🙏🏼💐👏🏻
[28/04, 8:47 AM] Prof. Giriraj Sharma: 🙏🏻🙏🏻👏👏👏🌹👏👏👏🙏🏻🙏🏻
[28/04, 8:53 AM] Prof. Surendra A. Soni:
नमो नमः महर्षि ।।
🙏🌹
[28/04, 9:13 AM] Dr. Abhishek Kumar Singh: 🙏🏽🙏🏽🙏🏽
[28/04, 9:15 AM] pawan madan Dr:
*अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय*
और इतने गम्भीर विषय को आपने इतनी सरलता से हमे सम्झा दिया जिसके लिये हम सब आपके आभारी रहेन्गे.
...सर नित्य ४-५ खजुर देने का क्या कारण है?
...चुकन्दर पालक गाजर शतावरी का सूप के रूप मे प्रयोग करने से बालिका को क्या लाभ मिले...🙏
...करन्ज बीज को ओलेसन ओइल मे पीस कर मिलाया ग्या क्या? साबुत मिला कर रखने से उसका असर ओइल मे आ जायेगा🤔🤔
बहुत बहुत धन्यवाद...🙏🙏
[28/04, 9:20 AM] Vd. Aashish Kumar, Lalitpur:
मेरे मन मे भी ये प्रश्न आया कि प्रथम माह की औषधियाँ कफ का शमन कर रही थी (प्रवाल को छोड़कर) तब आहार योजना कफ वर्धक लग रही थी🙏🏻🙏🏻
[28/04, 9:31 AM] pawan madan Dr:
गुरु जी
इस केस मे
विप्रक्रूष्ट हेतुओ से धीरे धीरे पित्त का प्रकोप हुआ.......फिर इसका प्रसर हो कर ये तीक्षण अम्ल गुन युक्त पित्त रोमकूपो मे.पहुन्च कर वह स्थित वात कर्म का दूषन कर....... रोम कूपो का नाश हुआ........ फिर सन्निक्रिष्ट गुरु स्निग्ध गुण युक्त कफ द्वारा वहा के रोम छिद्रो को बन्द करना हुआ ...... फलस्वरूप रोम शातन.
क्या ये सही understanding
hai??
[28/04, 9:35 AM] pawan madan Dr:
🙏🙏
Aapne karanj beej 1 tsf likha hai.....yaane churran....samajh gaya....
😅😅
[28/04, 9:38 AM] Dr Shekhar Singh Rathoud:
बहुत सुंदर सर 🌹🌹🙏🏻
*क्या ही अच्छा हो यदि आपके इन* *अनुभवों को पुस्तक का रूप मिले।*
आयुर्वेद चिकित्सक को इस अनुभव/प्रत्यक्ष कर्म दर्शन की ही सर्वाधिक कमी/आवश्यकता है।।*
[28/04, 9:42 AM] Dr Divyesh Desai:
सर, आपके ज्ञानयोग ओर कर्मयोग के अनुभव का सारांश मिलेगा तो हम आयुर्वेद का भक्तियोग कर पाएँगे।।
👏🏽👏🏽धन्यवाद ।
[28/04, 9:51 AM] Prof. Deep Narayan Pandey: 👌👌💐👏👏
[28/04, 9:55 AM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
*आज sunday working होता है और monday off, clinic से आ कर evening में या कल सभी के प्रश्नों के उत्तर मिल जायेंगे।*
[28/04, 10:07 AM] Dr Yogesh Gupta:
🙏🏻🙏🏻🙏🏻 SIR MAI AAPKI BAAT KA SAMARTHAN KARTA HU. 🌹🌹🌹
[28/04, 10:27 AM] Prof Mamata Bhagwat:
Sir, एक निवेदन है। *If possible... Please make PDF of all your clinical experience so that it can be circulated too*.
It will become a user manual kind of collection for Ayurveda practitioners🙏🏼🙏🏼
[28/04, 10:52 AM] pawan madan Dr: Ji...🙏🙏
[28/04, 11:23 AM] Prof. Surendra A. Soni:
It will be put on blog, so any one can circulate this.
Thanks madam !!
🙏🌹
[05/05, 9:09 PM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
🙏🌺🌹💐🙏
Latest updates
* 👇🏿* 👇🏿* 👇🏿
[05/05, 9:16 PM] Prof. Deep Narayan Pandey: 👍👍👍👌👌👌🙏💐🌹
[05/05, 9:17 PM] Dr Sidram Guled: 🙏🙏🙏🙏
[05/05, 9:18 PM] Vd Subhash Joshi:
👍💐👏 EXILLENT CONGRATS. VAIDYARAJ JI...!!!! APRATIM...!!!!
*************************************
Vaidyaraj Subhash Sharma
[05/05, 9:09 PM] Vd. Subhash Sharma Ji Delhi:
🙏🌺🌹💐🙏
Latest updates
* 👇🏿* 👇🏿* 👇🏿
[05/05, 9:16 PM] Prof. Deep Narayan Pandey: 👍👍👍👌👌👌🙏💐🌹
[05/05, 9:17 PM] Dr Sidram Guled: 🙏🙏🙏🙏
[05/05, 9:18 PM] Vd Subhash Joshi:
👍💐👏 EXILLENT CONGRATS. VAIDYARAJ JI...!!!! APRATIM...!!!!
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Above case presentation & discussion held in 'Kaysampraday" a Famous WhatsApp group of well known Vaidyas from all over the India.
Presented by
Vaidyaraj Subhash Sharma
MD (Kaya-chikitsa)
New Delhi, India
email- vaidyaraja@yahoo.co.in
Compiled & uploaded by
Dr.Surendra A. Soni
M.D., PhD (KC)
Professor & Head
Professor & Head
P.G. DEPT. OF KAYACHIKITSA
Govt. Akhandanand Ayurveda College
Ahmedabad, GUJARAT, India.
Email: surendraasoni@gmail.com
Mobile No. +91 9408441150
incredible Sir🙏
ReplyDeleteNice.. thanks for sharing
ReplyDeleteCan you help me...about female type baldness
ReplyDeleteGreat sir
ReplyDeleteExcellent Results sir.
ReplyDeleteप्रभु कृपा से व अपने गुरुजनों के आर्शीवाद से प्राप्त प्रतिभा व धैर्य से आयुर्वेद चिकित्सा पद्धित का विकास कर पाएंगे, ऐसी मंगलकामना करता हूं।
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